नई दिल्ली, साधना मिश्रा: देश कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से अभी उभर नही पाया था कि एक और संक्रमण ने पैर पसारना शुरु कर दिया। देश में म्यूकोरमायकोसिस संक्रमण यानि ब्लैक फंगस नाम की बीमारी काफी तेजी से फैल रही है। यह एक खतरनाक फंगल इंफेक्शन है, जो मरीज के फेफड़े और दिमाग पर हमला करता है और इसमें मृत्यु दर काफी अधिक है। इतना ही नही ब्लैक फंगस से आँखों की रोशनी जाने के मामले भी सामने आए हैं।
कोरोना मरीजों के लिए बढ़ा ब्लैक फंगस का खतरा
इस संक्रमण से उन कोरोना मरीजों के लिए ज्यादा खतरा बढ़ जाता है जो डायबिटीज से पीड़ित हैं। अब तक इसकी चपेट में आए कई लोग अपनी आंखों की रोशनी गवा बैठे है। बता दें कि कोविड-19 से संक्रमित या फिर इससे ठीक हो चुके लोगों में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे है।
ब्लैक फंगस इंफेक्शन के लक्षण
भारतीय चिकित्सा विज्ञान परिषद के मुताबिक ब्लैक फंगस के लक्षणों में सिर दर्द, बुखार, आंखों में दर्द, नाक बंद या साइनस, साँस फूलना, खून की उल्टी, नाक से खून इसके अलावा गाल की हड्डी में दर्द जैसे लक्षण शामिल है। साथ ही यह संक्रमण शरीर में बहुत तेजी से फैलता है।
नए संक्रमण की चपेट में आए ये राज्य
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक देश के कई राज्यों में ब्लैंक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है तो कईयों ने अपनी आंखों की रोशनी गवां दी है। देश के जिन राज्यों में अब तक ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए है उन राज्यों में गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, यूपी, बिहार और हरियाणा शामिल हैं।
महाराष्ट्र समेत इन राज्यों में सामने आए इतने मामले
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 2000 तक हो सकती है। तो वहीं गुजरात में भी ब्लैक फंगस के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही राजस्थान में अब तक ब्लैक फंगस के 14 मामले सामने आए हैं, जबकि तेलंगाना में इसके करीब 60 और कर्नाटक में 30 से अधिक मामले सामने आए हैं।