(अदिती सिंह)
नई दिल्ली / टीम डिजिटल : अमरीका और इटली के बाद अब इस देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को कोरोना ने चरमरा दिया है । ब्राज़ील के सबसे बड़े शहर साओ पाउलो के मेयर ने चेतावनी दी है कि कोरोना महामारी के कारण अस्पतालों में इमर्जेंसी Bed की माँग बढ़ गई है।
साओ पाउलो (São Paulo) के मेयर ने बताया है की सभी सरकारी अस्पताल अपनी क्षमता के हिसाब से 90 प्रतिशत तक भर चुके और कोरोना Positive लोगों के लिए जगह कम पड़ रही है। देश में स्थिति प्रतिदिन बिगड़ती देखते हुए मारकाना फुटबॉल स्टेडियम को अस्थायी रुप से अस्पताल में बदल दिया गया है।
कोरोना के कारण यहां अब तक 16000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। जिस के लिए यहा पर 1000 की तादाद मे एक साथ कई कबरें खोदी जा रही है। हालात इतने बुरे हो चुके है की अपनों को आख़िरी बार विदा करने के लिए सिर्फ 5 मिनट का ही समय दिया जा रहा है।
जिस तरह से यहां कि सरकार कोरोना से लड़ रही है उसके लिए वहा के रष्ट्रपती जायर बोल्सनारो की मे कड़ी निंदा करी जा रही है। जायर बोल्सनारो (Jair Bolsonaro) पहले भी Covid-19 को एक आम Flue कह चुके है, उनका मानना है की Covid का फैलना एक आम बात है।
बोल्सनारो lockdown के खिलाफ है, WHO की चेतावनी को नजर अंदाज़ करते हुए वह आम जनता के बीच बिना mask और protection के रोज़ मिलते है। बोल्सनारो यही नही रुके , April में चल रहे lockdown के खिलाफ विद्रोह का भी वह साथ देते नजर आए , जब बिते कुछ दिन पहले राष्ट्रपति ने GYM और Beauty Parlour को खोलने की बात की तो देश के स्वास्थ मंत्री नेल्सन टिइच ने इस की कड़ी आलोचना की और बाद में इस्तीफ़ा दे दिया।
इस देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को Covid-19 ने बुरी तरह बदहाली के हालात तक पहुंचा दिया है। कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में ब्राज़ील स्पेन से आगे बढ़ कर दुनिया के चौथे कोरोना से प्रभावित देश के रूप में सामने आ गया है। जहां स्पेन में अब तक 2.3 लाख कोरोना Positiveहैं वहीं ब्राज़ील में कोरोना Positive लोगों की संख्या अब 2.4 लाख है।
कोरोना संक्रमित देशों की लिस्ट में अमरीका सबसे आगे है जहां 14.86 लाख लोग इस वायरस की चपेट में हैं तो वहीं दूसरे और तीसरे नंबर पर रूस और ब्रिटेन है ।