नई दिल्ली, साधना मिश्रा: कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है। ऐसे में कोरोना गाइडलाइन का उल्लघंग करने पर लोगों को सरेआम तमाचा मारने का चलन सा बन गया है। हाल ही में सत्ता और पावर के नशे में चूर कलेक्टर द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुआ था। वो ममला अभी ठंडा भी नही पड़ा की एक और आईएएस अधिकारी का एक युवक को थप्पड़ मारने का मामला सामने आ गया।
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ADM मंजूषा ने दुकानदार को सरेआम जड़ा थप्पड़
सुरजपुर के बाद अब शाजापुर की एडीएम मंजूषा विक्रांत (Manjusha Vikrant) की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बता दें कि लॉकडाउन के पालन का जायजा लेने के लिए सड़क पर उतरी ADM मंजूषा ने एक दुकानदार द्वारा दुकान खोलने पर दुकान से बाहर निकाल कर सरेआम जोरदार थप्पड़ रसीद कर दिया।
एडीएम महोदया जी ने खोया अपना आपा
बता दें कि दौरे पर निकली एडीएम मंजूषा ने लॉकडाउन गाइडलाइन का उल्लघंग कर दुकान खुली देख पूछताछ करने पहुंची तो दुकानदार ने उन्हें गलत जानकारी देते हुए बरगलाने की कोशिश की, और कहा कि दुकान में ही उसका घर है। लेकिन जांच करने पर पाया गया की दुकानदार का घर कहीं और है। बस फिर क्या था एडीएम महोदया जी अपना आपा खो बैठी और दुकानदार किशोर को एक जोरदार थप्पड़ जड़ दिया।
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व्यापारी और आम आदमी को सड़क पर पीटना अधिकारियों का फैशन
कोरोना काल में अधिकारियों द्वारा व्यापारी और आम आदमी की सड़क पर पिटाई करना, अब फैशन बनता जा रहा है। हालांकि कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का उल्लंघन कर दुकानकार ने गैरजिम्मेदार हरकत की। इसके लिए एडीएम साहिबा को उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करनी थी, लेकिन इस तरह अधिकारी द्वारा किसी को थप्पड़ मारना भी जायज नहीं ठहराया जा सकता।