–फरवरी के पहले सप्ताह से यात्रियों को मिलने लगेगा मनचाहा फूड
–मैगडोनल एवं डोमिनोट के मिलेंगे पिज्जा-बर्गर, केएफसी फूड भी खांएगे यात्री
–चलती ट्रेन में दीजिए आर्डर, अगले स्टेशन पर मिलेगा मनचाहा फूड
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बहुत जल्द उन्हें यात्रा के दौरान चलती ट्रेन में मनचाहा खानपान एवं फास्ट फूड मिलने लगेगा। इसके लिए भारतीय रेलवे ने आईआरसीटीसी को ई-कैटरिंग के लिए अनुमति दे दी है। आईआरसीटीसी इसके लिए देशभर में अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के पहले सप्ताह में यात्रियों को मनचाहा फूड मिलने लगेगा। रेलवे पहले चरण मेें 250 प्रमुख ट्रेनों में इसकी शुरुआत करेगा। इसके बाद धीरे-धीरे चलने वाली सभी ट्रेनों में कर देगा। इसमें सभी राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, दूरंतो एक्सप्रेस, हमसफर ट्रेन, वंदे भारत सहित राज्यों की राजधानियों को जोडऩे वाली सभी ट्रेनों में सुविधा शुरू होगी। सूत्रों की माने तो ई-कैटरिंग के लिए आनलाइन फूड कंपनियों स्वीगी एवं जुमैटो से भी आईआरसीटीसी बात कर रही है। सूत्रेों के मुताबिक भारतीय रेलवे ने ई-कैटरिंग शुरू करने के लिए 11 जनवरी को आदेश आईआरसीटीसी को जारी कर दिया है।
बता दें कि कोविड-19 के चलते एहतियातन मार्च 2020 में ट्रेनों में खानपान सुविधा बंद कर दी गई थी। बीच में शुरू हुई स्पेशल ट्रेनों में भी खान पान का कोई इंतजाम नहीं था। लिहाजा लोग घरों से भोजन लेकर जाने लगे थे। लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा के दौरान यात्रियों को भारी परेशानी होती है।
सूत्रों के मुताबिक व्यवहार्यता, कर्मचारियों की उपलब्धता और स्थानीय प्रतिबंधों के आधार पर कार्यों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। देश भर के चुनिंदा स्टेशनों पर ट्रेनों में भोजन वितरण की अनुमति दी जाएगी। इसके तहत सभी रेस्तरां भागीदारों को स्वच्छता और संपर्क रहित शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। ई-कैटरिंग के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन भी अनिवार्य किया जाएगा। फूड सप्लाई करने वाली कंपनियों के डिलीवरी स्टाफ के लिए दिशानिर्देश भी अच्छी तरह से निर्धारित किए गए हैं और रूप से उनका पालन किया जाता है। इनमें हाथ धोने के बाद ही ऑर्डर पहुंचाना, डिलीवरी कर्मियों द्वारा आरोग्य सेतु ऐप का अनिवार्य इस्तेमाल, प्रोटेक्टिव फेस मास्क या कवर का लगातार इस्तेमाल और डिलीवरी के बाद डिलीवरी बैग का सैनिटाइजेशन शामिल है।
बता दें कि लॉकडाउन के कारण, ई-कैटरिंग उद्योग पिछले कई महीनों से प्रभावित हो रहा है।
जैसे ही ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है और सरकार द्वारा रेस्तरां को फिर से खोलने की अनुमति दी गई है, रेल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए ई-कैटरिंग भी शुरू करने की कवायद हो रही है।