–नये वोट बनवाने में सिखों की रुचि नहीं, 31 दिसम्बर तक बढ़ाई तारीख
–दिल्ली सरकार की कोशिशों के बीच अभी तक 40 हजार नये वोट बने
–60 हजार पुराने वोटों में नहीं लगी है फोटो, ढूंढने में छूट रहे पसीने
–दिल्ली सरकार ने बुलाई सभी पार्टियों की हाईलेवल बैठक, सभी मुद्दो पर चर्चा
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आम चुनावों के लिए नये मतदाता बनाने का काम चल रहा है, लेकिन नये वोट बनवाने में सिखों में रुचि नहीं दिख रही है। खासकर युवा वर्ग गुरुद्वारा चुनाव के लिए वोट बनवाने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि अभी तक मात्र 40 हजार नये वोट बने हैं। इसको लेकर दिल्ली सरकार ने वीरवार को हाईलेवल बैठक बुलाई। दिल्ली सरकार के गुरुद्वारा चुनाव मंत्री राजिंदर पाल गौतम की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इस मौके पर गुरुद्वारा चुनाव निदेशक नरेंद्र सिंह ने बताया कि 65000 पुरानी वोट जो बनी हुई है, उसमें फोटो नहीं है। इसके लिए पूरी कोशिश की जा रही है कि इन वोटों पर फोटो लग जाए। लेकिन, लोगों का रुझान इस तरफ कम है। हालांकि, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने इन 65000 वोटों केा मौजूदा वोटर सूची से हटाने का विकल्प सुझाया। जिसपर आम राय नहीं बन पाई। कुछ दलों का कहना था कि जब निदेशक मान रहे हैं कि यह 65000 वोट असली हैं और लोग यहां रहते हैं तो इन वोटों का काटना गलत होगा। इसके लिए बाकायदा कोशिश की जानी चाहिए कि सभी बिना फोटो वाली वोटर लिस्ट में फोटो लग सके। इसके बाद गुरुद्वारा मंत्री गौतम ने व्यवस्था दी कि इसके लिए 31 दिसम्बर 2020 तक वोट बनाने का कार्यक्रम आगे बढ़ाया जाएगा। साथ ही इन 65000 वोटों की सूची गुरुद्वारा चुनाव निदेशाालय अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा और सभी पंजीकृत पाटियों को उपलब्ध करवाएगा, ताकि इन वोटों पर फोटो लग सके।
सूत्रों के मुताबिक मौजूदा हालात को देखकर लगता है कि पुरानी 3.85 लाख वोटर वाली सूची में से लगभग एक लाख वोट कट सकते हैं, जो कि सिक्खों की संख्या बढुृाने के लिए तत्पर सिख संगठनों के लिए बड़ा झटका है। अगर एक लाख वोट इसमें से कट जाते हंै तो वार्डों की पुन: हरबंदी भी हो सकती है। क्योंकि मौजूदा वार्ड 9000 वोट बने हुए हैं। अगर वोट कम होते हैं तेा हदबंदी दोबारा लाजमी हो जाती है। कुल मिलाकर दिल्ली के सिख मतदाता नई मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाने या पुराना वोट में अपनी फोटो लगवाने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहे हैँ।
बता दें कि 2017 में हुए गुरुद्वारा कमेटी के आम चुनाव में 3 लाख 85 हजार वोटर थे, जिसमें से 1 लाख 53 हजार बिना फोटो वाले वोटर थे। इसमें से नई वोट बनाने की प्रक्रिया में 65 हजार वोटर अपने पुराने दर्ज पतों पर नहीं मिले हैं। जबकि 65 हजार ऐसे मिले हैं जो रहते तो हैं लेकिन उनकी फोटो नहीं है। जबकि, 13000 का सर्वे होना अभी बाकी है। कुल मिलाकर 75000 वोट कटना तय नजर आ रहा है। इसमें 65 हजार बिना फोटो वाला और 10 हजार फोटो वाला शामिल है। हालांकि सूत्रोंका दावा है कि गुरुद्वारा चुनाव में एक लाख से अधिक वोट कट सकते हैं।
बैठक में मौजूद रहे सभी दलों के प्रतिनिधि
बैठक में आम आदमी पार्टी के विधायक जनरैल सिंह, दिल्ली कमेटी की तरफ से जगदीप सिंह काहलो, शिरोमणि अकाली दल की तरफ से इंदर मोहन सिंह, शिअदद की तरफ से हरविंदर सिंह सरना एवं करतार सिंह चावला, पंथक सेवा दल से हरदित्त सिंह गोविंदपुरी, आम अकाली दल से गुरविंदर ङ्क्षसह सैनी, अकाल सहाय सोसायटी से मलकिंदर सिंह, जागो पार्टी से परमिंदर पाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे।