–केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी पर बोला हमला
–गांधी परिवार से पूछे सवाल, देश की जनता के सामने देना होगा जवाब
–यूपीए सरकार ने 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी हेलिकॉप्टर्स का सौदा हुआ था
नई दिल्ली/टीम डिजिटल : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज यहां अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में ताजा खुलासे किए। साथ ही इसको लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के समय 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड से 3,600 करोड़ रुपये में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर्स की खरीद का सौदा हुआ था। 2012 में कई मीडिया रिपोट्र्स में ये बात सामने आई कि इस डील में बड़ी मात्रा में किकबैक लिया गया। इस डील में 70 मिलियन यूरो किकबैक की बात सामने आई। मनमोहन सरकार को मजबूरी में फरवरी 2013 में इस मामले में सीबीआई इन्क्वायरी ऑर्डर करना पड़ा। पहले यूपीए सरकार अपने आप को क्लीन बता रही थी और जेपीसी से ही जाँच पर जोर दे रही थी लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और पार्टी के अन्य नेताओं के दबाव में कांग्रेस को सीबीआई जांच के लिए हामी भरना पड़ा।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की सुरक्षा के लिए की गई डिफेंस डील में भी कांग्रेस के नेताओं द्वारा लिए गए किकबैक की कड़े शब्दों में भत्र्सना करती है। कांग्रेस को अब देश की जनता के सामने जवाब देना ही होगा। रविशंकर प्रसाद ने मीडिया के जरिये कांग्रेस के नेताओं, कांग्रेस की वर्तमान अध्यक्षा सोनिया गाँधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं अध्यक्ष इन वोटिंग राहुल गाँधी से सवाल भी पूछे। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में कांग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं का नाम आया है और उन नेताओं के बारे में इस मामले के आरोपी ने बहुत ही गंभीर बयान दिए हैं। ये सब रिकॉर्ड पर है और ईडी की चार्जशीट में भी इन बातों का जिक्र किया गया है। लिहाजा कांग्रेस से पूछना चाहता हूँ कि कांग्रेस पार्टी अब भी इस पर कुछ कहेगी या खामोश ही रहेगी?
इस बार देश जानना चाहता है-
कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा, युवराज और नेताओं को जवाब देना होगा।
ये लोग देश को बताएं कि प्रमाणिक रूप से कोर्ट के सामने कांग्रेस के कई नेताओं का जिक्र आया है, इनका इस पर क्या कहना है?
– श्री @rsprasad pic.twitter.com/ZOHqhiZNbj
— BJP (@BJP4India) November 17, 2020
उन्होंने कहा कि ऐसा क्या है कि जब भी किसी डिफेंस डील की चर्चा होती है तो उसमें कांग्रेस के कुछ नेताओं के नाम सामने आते ही हैं और कांग्रेस इसमें बिलकुल भी निराश नहीं करती। आखिर क्यों? कांग्रेस देश की सुरक्षा के साथ क्या यह मजाक करती है? केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश अब जाग गया है। अब जब कोर्ट के सामने प्रामाणिक रूप से ईडी की चार्जशीट में कांग्रेस के बड़े नेताओं के नाम आये हैं तो सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी बताएं कि इस पर उनका क्या कहना है? अब केवल डिनायल से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी एजेंसियां आरोपियों के पीछे पड़ी हैं लेकिन कांग्रेस बताये कि कांग्रेस के परिवार और उसके नेताओं से संजय भंडारी के क्या संबंध हैं? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कमलनाथ के भांजे और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के एक आरोपी रतुल पुरी दुबई भी गए थे और उन्होंने दुबई में इस घोटाले के एक और आरोपी राजीव सक्सेना से मुलाक़ात की थी और उसे हिदायत दी थी कि वह उनके पिताजी और ताऊ जी के बारे में न कुछ बोले और न ही कोई दस्तावेज दूसरों को दे।
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2014 में इटली की अदालत ने अगस्ता वेस्टलैंड की पैरेंट कंपनी फिनमैकेनिका को दोषी पाया। फिनमैकेनिका की अधीनस्थ कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैगनोलिनि को चार साल कंपनी के एक अन्य अधिकारी ओर्सी को पांच साल कारावास की सजा दी। भारत में बहुत हंगामे के बाद जनवरी 2014 में यूपीए सरकार को अगस्ता वेस्टलैंड डील रद्द करना पड़ा। यूपीए सरकार में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में शामिल किसी भी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में पहली गिरफ्तारी सितंबर 2014 में मोदी सरकार में हुई जब गौतम खेतान को गिरफ्तार किया गया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान इस घोटाले में संलिप्त पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी, संजीव त्यागी और गौतम खेतान को गिरफ्तार किया गया। साथ ही क्रिश्चियन मिशेल को दिसंबर 2018 और राजीव सक्सेना को जुलाई 2019 में दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था।
ज्ञात हो कि 3000 करोड़ रुपए के अगस्ता-वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले के मामले में गवाह राजीव सक्सेना ने कई बड़े खुलासे किए हैं। राजीव सक्सेना ने इस मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व-मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे बकुल नाथ और उनके भतीजे रतुल पुरी के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और सोनिया गाँधी के विश्वस्त अहमद पटेल का नाम भी लिया है।
राजीव सक्सेना के बयानों पर चौंकाने वाले खुलासे
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राजीव सक्सेना के बयानों पर आधारित 1000 पेज के सरकारी दस्तावेज, बैंक स्टेटमेंट्स, ईमेल चैट्स और फर्जी कंपनियों के विवरणों के अध्ययन से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राजीव सक्सेना ने ईडी को विस्तार में अपना बयान दिया है।
सीबीआई ने 17 सितम्बर 2020 को दायर की गई चार्जशीट में बताया है कि 2000 में सक्सेना के पास इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के 99.9 फीसदी शेयर्स थे। उसने गौतम खेतान के साथ मिल कर अपनी कम्पनी के बैंक खाते में अगस्ता-वेस्टलैंड से 12.4 मिलियन यूरो प्राप्त किए थे। सक्सेना ने खुलासा किया है कि इनमें से बड़ी रकम कई ऐसे नेताओं और अधिकारियों को भी दी गई, जो उस वक्त सरकारी निर्णयों को प्रभावित करने की क्षमता रखते थे। उसने रक्षा मामलों के दलाल सुषेण मोहन गुप्ता और कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी की इस लेनदेन में प्रमुख भूमिका बताई। गुप्ता और खेतान की खासियत ये थी कि वे किसी भी बातचीत में बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों के नाम इस तरह से लेते थे, जैसे उनकी इन दोनों से काफी बनती हो। वो सलमान खुर्शीद और ‘कमल अंकल का नाम लिया करता था। सक्सेना का कहना है कि ये अंकल कमलनाथ ही हैं। इसके अलावा वो बार-बार किसी एपी का नाम लेते थे, जो उसके हिसाब से अहमद पटेल हैं।
अहमद पटेल, कमलनाथ का नाम शामिल होने पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजीव सक्सेना की कम्पनी इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजी थी और क्रिश्चियन मिशेल की कंपनी ग्लोबल सर्विसेज थी जो इसमें सम्मिलित थी। एजेंसियों ने राजीव सक्सेना और मिशेल को भी गिरफ्तार किया। रतुल पूरी और सुशेन गुप्ता भी गिरफ्तार हुए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर एपी का मतलब अहमद पटेल है, कमल अंकल का मतलब कमलनाथ है तो एफएएम का मतलब भी सामने आना चाहिए। क्या इसका मतलब फैमिली है और सब जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी में परिवार का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी का सवाना नाम से एक ट्रस्ट है जिसके दो लोग लाभार्थी हैं – बकुल नाथ एवं नकुल नाथ और ये दोनों कांग्रेस नेता कमलनाथ के बेटे हैं।