–भाजपा सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर बताई आपबीती
–उठाया संसद के विशेषाधिकारों के हनन का मुद्दा, की शिकायत
–दुव्र्यवहार करने वाले बंगाल पुलिस अफसरों को संसद की विशेषाधिकार समिति करे सम्मन
–लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिया भरोसा, कराएंगे तह तक जांच
नई दिल्ली / नीता बुधौलिया : भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिरला से मुलाकात कर उनके समक्ष संसद के विशेषाधिकारों के हनन का मुद्दा उठाया। साथ ही मांग की कि दुव्र्यवहार करने वाले पश्चिम बंगाल पुलिस अफसरों और जवानों को संसद की विशेषाधिकार समिति द्वारा समन किया जाए। सूर्या ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि पश्चिम बंगाल की पुलिस ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस द्वारा दिए गए आदेशों के तहत ही काम कर रही है। पुलिस ने उनके और साथी सांसदों के साथ किए गए कथित दुव्यर्वहार किया। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसद तेजस्वी सूर्या को भरोसा दिया है कि वह इस मामले की तह तक जाएंगे और इसे संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष भी पेश किया जाएगा। मुलाकात के बाद भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में तेजस्वी सूर्या ने पत्रकारों को पूरे घटनाक्रम को विस्तार से बताया।
Today Sri @JyotirmayBJP & I met Speaker Lok Sabha Sri @ombirlakota Ji and submitted representation to initiate breach of privilege motion proceedings against Mamata Bannerjee’s highhanded police officers during #NabannoChalo.
He promised to forward to Committee on Privileges. https://t.co/pCCHGMw3SU pic.twitter.com/gs19GNXmk4
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) November 9, 2020
सूर्या के मुताबिक 8 अक्टूबर को भाजपा एवं भाजयुमो के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक रोष मार्च का आयोजन किया था। ये रोष मार्च पश्चिम बंगाल की लगातार बिगड़ रही अर्थव्यवस्था, खराब कानून व्यवस्था, सरकारी भर्तियों और स्कूल सर्विस कमिशन में बढ़ते भ्रष्टाचार के विरोध में निकाला गया था। इस दौरान सांसद तेजस्वी सूर्या के साथ कूचबिहार से सांसद नीतीश प्रमाणिक, पुरूलिया से सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, बिशनपुर से सांसद सौमित्र खान और हुगली से सांसद लाकेट चटर्जी भी शामिल थीं।
पुलिस ने अचानक सभी सांसदों और कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस, कंट्री बम और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हे रोकने की कोशिश की। इस दौरान सभी सांसदों के साथ मारपीट की गई और जान से मारने का प्रयास भी किया गया। तेजस्वी सूर्या ने आरोप लगाया है कि बाद में स्थानीय जोरासांको पुलिस स्टेशन के अंदर भी उनके और दो अन्य सांसदों के साथ फिर से दुव्र्यवहार किया गया जब वो पुलिस द्वारा की गई हिंसा की शिकायत दर्ज कराने गए थे।
इस दौरान सांसदों की शिकायत दर्ज नहीं की गई और एक महिला सांसद के साथ दुव्र्यवहार और धक्कामुक्की भी की गई। तेजस्वी सूर्या के मुताबिक इस मामले में कोलकाता के डीसीपी सुधीर कुमार नीलकांतम, जोरासांको पुलिस स्टेशन के इंचार्ज मुकुल रंजन घोष, हावड़ा के पुलिस कमिश्नर कुनाल अग्रवाल और कोलकाता के पुलिस कमिश्नर अनुज शर्मा पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से तहस नहस
सूर्या ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से तहस नहस हो चुकी है और TMC सरकार के कार्यकाल में पिछले 2 सालों में ही बीजेपी के 120 से ज्यादा नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। पश्चिम बंगाल की पुलिस कानून को अनदेखा करते हुए सिर्फ टीएमसी के नेताओँ द्वारा निर्धारित किए गए आपराधिक कानूनों का पालन कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सभी नेताओँ और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं और ममता बनर्जी की TMC सरकार के इस जुल्म का डटकर मुकाबला करते रहेंगे।