—पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ भाजपा एवं सरकार एकजुट, बनाया दबाव
भोपाल//टीम डिजिटल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कथित तौर पर ‘आइटम कहे जाने पर मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी सोमवार को फूट-फूट कर रोईं। उनके रोने का वीडियो स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाई देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि टेलीविजन चैनलों और सोशल मीडिया पर दलित समुदाय की भाजपा नेता इमरती देवी के फफक-फफक कर रोने का जो वीडियो चल रहा है, वह एक निजी समाचार चैनल पर सोमवार के एक कार्यक्रम का है। कमलनाथ द्वारा उन्हें ‘आइटम कहे जाने संबंधी सवाल पर वह डबरा में रो पड़ीं। इससे पहले, रविवार रात इमरती ने डबरा में मीडिया से कहा, उनका बोलना स्वाभाविक है। इसलिए स्वाभाविक है कि वह (कमलनाथ) बंगाल का आदमी है। उसको बोलने की सभ्यता नहीं है। उस व्यक्ति को क्या कहा जाए। एक हरिजन महिला की इज्जत करना वह क्या जानता है? यह पूछे जाने पर कि क्या कमलनाथ की टिप्पणी के बाद कांग्रेस मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बाद फिर से अपनी सरकार बना सकती है, इमरती ने कहा, वह (कमलनाथ) एक विधायक नहीं जिता सकते।
वह चंबल क्षेत्र में आकर इस तरह से बोल रहे हैं। मध्य प्रदेश में चंबल संभाग की हरिजन महिला से ऐसे बोल रहे हैं कि वो एक ‘आइटम है। आइटम क्या होता है? वो तो ये ही जवाब दे दें कि आइटम होता क्या है…? उन्होंने कहा,ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश में रहने को कोई हक नहीं है। वह बंगाल से आया है। मध्य प्रदेश में मां-बेटियों को लक्ष्मी के रूप में माना जाता है और आज वह मध्य प्रदेश की सारी लक्ष्मियों को गाली दे रहा है। मैं चाहती हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कमलनाथ को अपनी पार्टी से हटाएं। इमरती ने कहा, मैं तो कमलनाथ को भाई के रूप में समझती थी, लेकिन वह तो राक्षस है। उल्लेखनीय है कि इमरती देवी के खिलाफ डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था, डबरा से सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं। सरल स्वभाव के, सीधे-सादे हैं। ये तो उसके जैसे नहीं हैं। क्या है उसका नाम? इस बीच, वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ‘इमरती देवी, ‘इमरती देवी कहने लगी। इसके बाद कमलनाथ ने हंसते हुए कहा, ”मैं क्या उसका (डबरा की भाजपा प्रत्याशी का) नाम लूं। आप तो उसको मेरे से ज्यादा पहचानते हैं। आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। ये क्या आइटम है? ज्योतिरादित्य सिंधिया के निष्ठावान समर्थकों में गिनी जाने वाली इमरती देवी कांग्रेस के उन 22 बागी विधायकों में से एक हैं जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण 20 मार्च को तत्कालीन कमलनाथ सरकार गिर गयी थी। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को राज्य की सत्ता में लौट आई थी। डबरा समेत राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होना है।
महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाले ऐसे नेताओं को तुरंत पार्टी से निकाल देना चाहिए