–लोकसभा अध्यक्ष ने रविवार को संसद परिसर का किया दौरा
–नये नियमों और पाबंदियों के बीच बदले अंदाज में चलेगा संसद सत्र
–सत्र में 18 बैठकें होंगी, 45 विधेयक पारित करने के लिए रखे जायेंगे
–11 विधेयक ऐसे हैं जिनके लिए सरकार अध्यादेश लागू कर चुकी
(नीता बुधौलिया)
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : संसद का मानसून सत्र सोमवार 9 बजे से शुरू हो रहा है। कोविड-19 के कारण नये नियमों और पाबंदियों के बीच बदले हुए अंदाज में संसद सत्र चलेगा। सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जायेगा, सदन के अंदर और बाहर विरोध-प्रदर्शनों की अनुमति नहीं होगी। देश के संसदीय इतिहास में पहली बार प्रश्नकाल नहीं होगा और एक ही सदन के सांसद दोनों सदन गृहों में तथा दर्शक दीर्घाओं में बैठेंगे। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में शामिल होने के लिए सभी सांसदों, कर्मचारियों एवं पत्रकारों का कोविड जांच कराई गई थी। रविवार को आई रिपोर्ट में लोकसभा के पांच सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद से हड़कंप है। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को संसद परिसर का दौरा कर स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों तथा अन्य तैयारियों का जायजा लिया।
एक अक्टूबर तक चलने वाले इस सत्र में 18 बैठकें होंगी, जिनमें 45 विधेयक पेश,पारित करने के लिए रखे जायेंगे। इनमें 11 विधेयक ऐसे हैं जिनके लिए सरकार बजट सत्र के बाद अध्यादेश लागू कर चुकी है। इनमें अधिकतर अध्यादेश आत्मनिर्भर भारत पैकेज की दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित हैं। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली अनुपूरक अनुदान मांगों और उनसे जुड़े विनियोग विधेयक पर भी सदन में चर्चा होगी। संसद में लंबित 17 विधेयकों को भी पारित कराये जाने की सरकार की योजना है जबकि ऐसे पांच विधेयकों को सरकार वापस लेगी।
मानसून सत्र के दौरान जिन 11 अध्यादेशों से संबंधित विधेयक लाये जा रहे हैं उनमें दो विधेयक किसानों तथा कृषि उपज से संबंधित तथा होम्योपैथी केंद्रीय परिषद्, भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद्, मंत्रियों और सांसदों के वेतन एवं भत्तों, अनिवार्य वस्तु अधिनियम, दिवाला कानून, बैंकिंग नियमन अधिनियम, कराधान अधिनियम और महामारी अधिनियम से संबंधित एक-एक विधेयक शामिल हैं।
कुल 12 नये विधेयक पेश किये जायेंगे
जानकारी के मुताबिक द्विपक्षीय वित्तीय अनुबंध, पेंशन कोष विनियमन एवं विकास प्राधिकरण, हाथ से मैला साफ करने की प्रथा पर रोक, बाल अपराध न्याय कानून और जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा से संबंधित विधेयकों समेत कुल 12 नये विधेयक पेश किये जायेंगे।
सरोगेसी व गर्भपात सहित लंबित विधेयक भी होंगे पारित
संसद में लंबित जिन विधेयकों को पारित कराया जाना है उनमें सरोगेसी, औद्योगिक संबंध संहिता और सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याण संहिता महत्वपूर्ण हैं। कंपनी कानून, गर्भपात और विमानन अधिनियमों में संशोधन संबंधित लंबित विधेयकों को भी सरकार पारित कराने का प्रयास करेगी।
रोजाना 9 बजे से राज्यसभा व 3 बजे से लोकसभा शुरू होगी
कोविड-19 महामारी के बीच हो रहे संसद के इस पहले सत्र में सदन की कार्यवाही का अंदाज भी बिल्कुल बदला-बदला होगा। पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही सुबह नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे से शाम सात बजे तक होगी। शेष सभी दिन सुबह नौ बजे से राज्यसभा और अपराह्न तीन बजे से लोकसभा की कार्यवाही होगी। सदस्य अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही अपनी बात रखेंगे। सामाजिक दूरी के साथ उन्हें बिठाने के लिए दर्शकदीर्घाओं का भी इस्तेमाल किया जायेगा। सीटों के बीच पारदर्शी पर्दे लगे होंगे।
कोई साप्ताहिक अवकाश भी नहीं होगा
सत्रहवीं लोकसभा का चौथा और राज्य सभा का 252वां सत्र इस मायने में भी खास होगा कि लगभग पूरा कामकाज कागज रहित और डिजिटल होगा तो दूसरी तरफ मत विभाजन की स्थिति में डिजिटलीकरण छोड़कर पुराने दिनों की तरह पर्चियों से वोटिंग होगी। यह भी पहली बार होगा कि पूरे सत्र के दौरान सदन में कोई साप्ताहिक अवकाश भी नहीं होगा।
मानसून सत्र में क्या-क्या नहीं होंगी
संसद भवन परिसर में किसी प्रकार के पैम्फ्लेट, पोस्टर, बैनर आदि ले जाने की अनुमति नहीं होगी और न ही परिसर के भीतर विरोध प्रदर्शन की अनुमति होगी। पिछले कई वर्षों से सदन की कार्यवाही का नियमित हिस्सा बन चुका विपक्ष का प्रदर्शन भी इस बार सदन के भीतर नहीं दिखेगा। सदस्य अपनी सीट छोड़कर अध्यक्ष के आसन के पास या किसी दूसरे सदस्य की सीट पर भी नहीं जा सकेंगे। आरंभ से ही भारतीय संसदीय परंपरा का हिस्सा रहा प्रश्नकाल इस सत्र में नहीं होगा। सिर्फ अतारांकित प्रश्न होंगे जिनके लिखित उत्तर सभापटल पर रख दिये जायेंगे। लोक महत्व के मुद्दे उठाने के लिए निर्धारित शून्यकाल का समय भी एक घंटे से घटाकर आधा घंटा कर दिया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने संसद परिसर का किया दौरा, पकड़ी खामियां
संसद के मानसून सत्र से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को संसद परिसर का दौरा कर स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों तथा अन्य तैयारियों का जायजा लिया। बिरला ने प्रवेश द्वार से लेकर सभा कक्ष तक एक-एक स्थान को बारीकी से देखा तथा जो भी कमियां दिखाई दी उन्हें तत्काल दूर करने को कहा। उन्होंने सबसे पहले प्रवेश द्वार का निरीक्षण किया तथा वहां लगाए गए थर्मल कैमरा की कार्यप्रणाली को समझा। उन्होंने प्रवेश द्वार पर तैनात प्रत्येक कर्मचारी को भी सैनेटाइजर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने सभा कक्ष, कॉरीडोर, इनर लॉबी, आउटर लॉबी, वेटिंग हॉल, मीडिया स्टैंड और परिसर में अन्य स्थानों को देखा तथा छोटी-मोटी कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।