– केरल, कर्नाटक में कई ISIS के आतंकी मौजूद, बड़े हमले को दे सकते है अंजाम
नई दिल्ली /टीम डिजिटल :आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में आगाह किया गया है केरल और कर्नाटक में आईएसआईएस आतंकवादियों की काफी संख्या हो सकती है और इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा आतंकवादी संगठन क्षेत्र में हमले की साजिश रच रहा है । एक सदस्य राष्ट्र ने खबर दी है कि 10 मई, 2019 को घोषित, आईएसआईएस के भारतीय सहयोगी (हिंद विलायाह) में 180 से 200 के बीच सदस्य हैं। इसमें कहा गया कि केरल और कर्नाटक राज्यों में आईएसआईएल सदस्यों की अच्छी-खासी संख्या है। आईएसआईएस, अल-कायदा और संबद्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं से संबंधित विश्लेषणात्मक सहायता एवं प्रतिबंध निगरानी दल की 26वीं रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) तालिबान के तहत अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है।
केरल और कर्नाटक में ISIS की महत्वपूर्ण संख्या
रिपोर्ट में कहा गया, खबरों के मुताबिक संगठन में बांग्लादेश, भारत, म्यामां और पाकिस्तान से 150 से 200 के बीच सदस्य हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है। जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। खबरें हैं कि एक्यूआईएस अपने पूर्व आका की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है। पिछले साल मई में, इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस, आईएसआईएल और दाएश के तौर पर भी जाना जाता है) आतंकवादी संगठन ने भारत में नया प्रांत स्थापित करने का दावा किया था। यह कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के बाद अनोखी तरह की घोषणा थी। खूंखार आतंकवादी संगठन ने अपनी अमाक समाचार एजेंसी के माध्यम से कहा था कि नयी शाखा का अरबी नाम विलायाह ऑफ हिंद (भारत प्रांत) है। जम्मू-कश्मीर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस दावे को खारिज किया था। इससे पहले, कश्मीर में आईएसआईएस के हमलों को इसके तथाकथित खुरासान प्रांतीय शाखा से जोड़ा जाता रहा है जिसका गठन 2015 में हुआ था और जिसका लक्ष्य अफगानिस्तान, पाकिस्तान और पास के क्षेत्र थे।
भारत द्वारा किये गए जवाबी उपाय
भारत ने भारतीय उप-महाद्वीप में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए कई उपाय किए हैं, विशेष रूप से धारा 370 को निरस्त करने के बाद। केरल में ऑपरेशन पिजन शुरू किया गया था। ऑपरेशन ने 350 युवाओं को ISIS से बचाया। राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) प्रस्तावित किया गया है और साथ ही आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी को बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है।अंततः जब UN रिपोर्ट भारत के सामने रखी गयी उन्होने इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा हम अपनी तरफ से इन्वेस्टीगेशन में कोई कमी नहीं आने देंगे भारत के हवाले से उनकी क़ानूनी एजेन्सिया इतनी मज़बूत आज भी है की वो किसी भी होने वाली घटना या हो चुकी घटना की तेह तक पहुँच कर मुजरिम को ढूंढ ही लेती है।