-कोविड-19 : लॉकडाउन के चलते रेल मंत्रालय ने लिया फैसला
–आवश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए सिर्फ मालगाडिय़ां चलती रहेंगी
–सभी टिकट बुकिंग काउंटरों की सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेगा
नई दिल्ली / टीम डिजिटल : कोविड-19 की वजह से किए गए लॉकडाउन के मद्देनजर भारतीय रेलवे की सभी यात्री ट्रेनें 3 मई 2020 तक पूरी तरह से बंद रहेंगी। इस दौरान भारतीय रेल की सभी यात्री रेल सेवाओं जिनमें प्रीमियम रेलगाडिय़ां, मेल एवं एक्सप्रेस रेलगाडिय़ां, यात्री रेलगाडिय़ां, उपनगरीय रेल सेवाएं, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे बंद रहेंगी। हालांकि, देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यक सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल और पार्सल गाडिय़ों का परिचालन जारी रहेगा।
इस दौरान यूटीएस और पीआरएस सहित सभी टिकट बुकिंग काउंटरों की सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेगा। ई टिकट सहित सभी तरह की टिकटों का अग्रिम आरक्षण अगले आदेश तक बंद रहेगा। हालांकि आरक्षण रद्द करने की ऑनलाइन सुविधा जारी रहेगी।
रद्द की गई रेलगाडिय़ों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों का पूरा रिफंड देने की व्यवस्था होगी। अभी तक रद्द नहीं की गई रेलगाडिय़ों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों को रद्द कराने पर भी पूरा रिफंड मिलेगा। अगले आदेश तक किसी प्रकार के टिकटों की कोई बुकिंग नहीं की जाएगी। हालांकि, पहले बुक की जा चुकी टिकटों को रद्द करने की ऑनलाइन सुविधा जारी रहेगी।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक यूटीएस और पीआरएस सहित सभी टिकट बुकिंग काउंटरों की सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी। रद्द की गई रेलगाडिय़ों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों का पूरा रिफंड मिलेगा।
अभी तक रद्द नहीं की गई रेलगाडिय़ों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों को रद्द कराने पर भी पूरा रिफंड दिया जाएगा।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक जहां तक 3 मई 2020 तक रद्द की गई ट्रेनों का सवाल है, रेलवे द्वारा रिफंड अपने आप ग्राहकों को ऑनलाइन भेज दिए जाएंगे, जबकि जिन लोगों ने काउंटरों से बुकिंग की है वे अपना रिफंड 31 जुलाई, 2020 तक ले सकते हैं।
इतिहास में पहली बार 21 मार्च को सभी ट्रेनों को बंद किया था
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने इतिहास में पहली बार 21 मार्च को सभी ट्रेनों को बंद किया था। उसके बाद 21 दिनों के लॉकडाउन के चलते सभी ट्रेनों को 14 अप्रैल की रात 12 बजे तक सभी यात्री ट्रेनों ( 13 हजार से अधिक) का संचालन बंद कर दिया है। जबकि, आवश्यक एवं इमरजेंसी सेवाओं के सामानों की ढुलाई के लिए मालगाडिय़ों का संचालन जारी रखा है।