नई दिल्ली /सुनील पाण्डेय : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने गर्मियों में यात्रियों की भारी भीड को देखते हुए सुगम एवं आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए नौ हजार से अधिक अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की योजना बनायी है। रेल मंत्रालय के अनुसार गर्मियों के मौसम में मांग में अपेक्षित वृद्धि को देखते हुए सुगम और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए विशेष गाड़यिों के 9111 फेरों का संचालन किया जाएगा। रेल मंत्रालय के अनुसार 2023 की गर्मियों में कुल 6369 फेरों का संचालय किया गया था। इस प्रकार से इस वर्ष गाड़यिों के फेरों में 2742 की रिकॉर्ड वृद्धि की गयी है। प्रमुख रेल मार्गों पर निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए देश भर के प्रमुख गंतव्यों को जोड़ने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई है।
— ट्रेनों में भारी भीड के चलते 9111 विशेष गाडियां चलाएगा रेलवे
—गर्मियों के मौसम में मांग में अपेक्षित वृद्धि को देखते हुए की गई तैयारी
— रेलवे बोर्ड के सभी जोनल रेल को दिया निर्देश, चलाएं विशेष ट्रेन
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता के मुताबिक समस्त जोनल रेल द्वारा देश भर में गर्मियों के मौसम में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से यात्रियों की भीड़भाड़ को कम करने के लिए इन अतिरिक्त फेरों को संचालित करने की तैयारी कर ली गई है।
रेलवे बोर्ड के मुताबिक मध्य रेलवे में 488 फेरे, पूर्वी रेलवे में 254 फेरे, पूर्व मध्य रेलवे 1003 फेरे, पूर्वी तट रेलवे में 102 फेरे, उत्तर मध्य रेलवे में 142 फेरे, पूर्वोत्तर रेलवे में 244 फेरे, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे में 88 फेरे, उत्तर रेलवे में 778 फेरे, उत्तर पश्चिम रेलवे में 1623 फेरे, दक्षिण मध्य रेलवे में 1012 फेरे, दक्षिण पूर्व रेलवे में 276 फेरे, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 12 फेरे, दक्षिण पश्चिम रेलवे में 810 फेरे, दक्षिणी रेलवे में 239 में फेरे, पश्चिम मध्य रेलवे में 162 फेरे तथा पश्चिमी रेलवे में 1878 फेरे संचालित किये जाएंगे।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने कहा कि अतिरिक्त ट्रेनों की योजना बनाना और संचालित करना एक सतत प्रक्रिया है जिसके लिए किसी मार्ग विशेष पर चलने वाली रेलगाड़यिों की मांग का आकलन करने के लिए पीआरएस प्रणाली में प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों के विवरण के अलावा मीडिया रिपोर्ट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, रेलवे इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन नंबर 139 जैसे सभी संचार चैनलों से सातों दिन 24 घंटे इनपुट लिए जाते हैं। इस आवश्यकता के आधार पर, ट्रेनों की संख्या और फेरों की संख्या बढ़ाई जाती है। पूरे सीज़न के लिए न तो ट्रेनों की संख्या और न ही अतिरिक्त ट्रेनों द्वारा संचालित फेरों की संख्या स्थिर रहती है।
स्टेशनों पर पीने के पानी की उपलब्धता का निर्देश
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता शिवाजी सुतार (Railway Board spokesperson Shivaji Sutar) के मुताबिक भारतीय रेलवे ने गर्मियों के मौसम में जोनल रेल को रेलवे स्टेशनों पर पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सभी प्रमुख और महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर भीड़भाड़ के नियंत्रण की व्यापक व्यवस्था की गई है। भीड़भाड़ को व्यवस्थित तरीके से नियंत्रित करने के लिए सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए इन स्टेशनों पर वरिष्ठ अधिकारी तैनात हैं।
सामान्य श्रेणी के डिब्बों में प्रवेश के लिए आरपीएफ कर्मियों की तैनाती
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता शिवाजी सुतार के मुताबिक सामान्य श्रेणी के डिब्बों में प्रवेश के लिए कतार प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए प्रारंभिक स्टेशनों पर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मियों की तैनाती की गई है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर कड़ी नजर रखने और यात्रियों को वास्तविक समय पर सहायता प्रदान करने के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में कुशल आरपीएफ कर्मचारी तैनात किए गए हैं। भारी भीड़ के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मचारी फुट-ओवर ब्रिज पर तैनात किए जा रहे हैं।