नई दिल्ली /अदिति सिंह : पंजाबी प्रमोशन कौंसिल (Punjabi Promotion Council) देश में पहली बार बेटियों की लोहड़ी मनाने जा रहा है। इसके लिए 21 जनवरी को बडे स्तर पर प्रोग्राम करने की तैयारी है। इसके तहत जिसके घर में बेटी पैदा हुई है या पिफर जिन बेटियों की इस वर्ष शादी हुई है, उन्हें सम्मानित किया जाएगा। नवविवाहिता बेटियों के लिए विशेष आयोजन किया जा रहा है। पंजाबी प्रमोशन कौंसिल (Punjabi Promotion Council) इस आयोजन के लिए एक कमेटी बनाई है। कमेटी ने ऑनलाइन सभी लोगों से आवेदन भी मांगे हैं। मुख्य आयोजन पुणे में किया जाएगा, जिसमें सिख, पंजाबी के अलावा अन्य धर्मों से जुड़े लोगों को भी शामिल किया जा रहा है।
—पंजाबी प्रमोशन कौंसिल 21 जनवरी को दिल्ली और पुणे में करेगा आयोजन
—जिसके घर में बेटी पैदा हुई है उसे करेंगे सम्मानित, मनाएंगे जश्न
—पंजाबी, सिख परिवारों के अलावा सभी धर्मों की बेटियों की मनेगी लोहड़ी
पंजाबी प्रमोशन कौंसिल के अध्यक्ष जसवंत सिंह बोबी एवं कौंसिल के चीफ पैटर्न डाक्टर विजय सतबीर सिंह ने पत्रकारों को दी। जसवंत सिंह ने कहा कि अब तक बेटों की खुशी में लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता रहा है। यही रिवाज भी है। लेकिन अब पहली बार सामाजिक बदलाव लाते हुए बेटियों की लोहड़ी मनाने जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि आज बेटियां बेटों से पीछे नहीं हैं। हर क्षेत्र में बेटियां आगे हैं। सेना से लेकर हवाई जहाज तक बेटियां उडा रही हैं। ऐसे में उन्हें समाज में कमतर बताना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि हम इस आयोजन के जरिये समाज में बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं।
संगठन के चीफ पैटर्न डाक्टर विजय सतबीर सिंह ने कहा कि बेटियों की लोहड़ी पहली बार मनाई जा रही है यह सिख समाज के लिए भी गर्व की बात है। बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए सभी को मिलकर प्रमोट करना होगा, तभी बराबरी का दर्जा मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में बेटियां बेटों को टक्कर दे रहीं हैं। वैसे भी गुरबाणी में पुरुष और स्त्री को समान दर्जा दिया गया है। इस तरह के आयोजन समूचे उत्तर भारत में किए जाने की जरूरत है, तभी हम बड़ा बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने सभी सामाजिक संस्थाओं, धार्मिक संस्थाओं से अपील भी किया कि वह आगे आएं और जैसे बेटों का उत्सव धूमधाम से मनाते हैं ठीक उसी प्रकार बेटियों के पैदा होने पर उत्सव मनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेटियों की लोहड़ी का पहला आयोजन महाराष्ट्र के पुणे से शुरू कर रहे हैं। वहां बहुतायत में पंजाबी एवं सिख रहते हैं। इसके बाद इसको दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू—कश्मीर, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में शुरू करेंगे।
कौंसिल के अध्यक्ष जसवंत सिंह बोबी ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष पहल की है। इस पहल में सभी संस्थाओं को आगे आना चाहिए।