नई दिल्ली/ सुनील पाण्डेय : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी के दो दिवसीय बैठक आज खत्म हो गई है। इस बैठक में बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने का टारगेट रखा है। साथ ही नए वोटर से जुडऩे के लिए विशेष फोकस करने को कहा गया है। इसके लिए पार्टी पूरे देश में अभियान चलाएगी। नए मतदाताओं से जुडऩे के लिए बीजेपी बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। अभियान में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इसके साथ ही भाजपा के वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का भी आह्वान किया गया। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जीत के लिए सीट संख्या का कोई विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित नहीं किया, लेकिन ऐसी जीत सुनिश्चित करने पर जोर दिया जो 2019 के प्रदर्शन से बड़ी हो। भाजपा ने पिछले आम चुनावों में 543 सदस्यीय लोकसभा में से 303 सीटें जीती थीं। सूत्रों के मुताबिक बैठक के आखिरी दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी पदाधिकारियों से लोकसभा चुनाव में बंपर जीत का अंतर सुनिश्चित करने के लिए मंत्र और निर्देश दोनों दिया। उन्होंने कहा कि 2024 में जीत का अंतर कितना बड़ा होना चाहिए कि विपक्ष स्तब्ध हो जाए। साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा उम्मीदवार के सामने खड़े होने की हिम्मत भी ना कर सके। इस दौरान पदाधिकारियों से स्पष्ट कहा गया कि लोकसभा क्षेत्र को गंभीरता से लें।
-भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में तय हुआ मिशन 2024 का एजेंडा
-ऐतिहासिक जीत के लिए वोट प्रतिशत बढ़ाने पर दिया गया जोर
-नए वोटर से जुडऩे के लिए विशेष फोकस करने का निर्देश, चलेगा अभियान
-भाजपा का प्रदर्शन ऐसा होना चाहिए कि विपक्ष स्तब्ध हो जाए : शाह
-अमित शाह ने बंपर जीत का अंतर सुनिश्चित करने को दिया मंत्र
हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यूपी या कोई मजबूत गढ़ देश के किसी अन्य हिस्से में पार्टी के खराब प्रदर्शन की भरपाई कर सकता है। अमित शाह ने कहा कि कमजोर सीट हमारी डिक्शनरी में नहीं है। बैठक में अमित शाह ने हाल ही में मध्य प्रदेश सहित तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन का उल्लेख किया और 50 प्रतिशत वोट हासिल करने के लक्ष्य के लिए राज्य संगठन की सराहना की। सूत्रों ने बताया कि मोदी की तरह शाह ने भी चुनावों में संगठन की प्रमुखता को रेखांकित किया और कहा कि पार्टी को इतनी भारी जीत मिलनी चाहिए कि विपक्ष उसे चुनौती देने से पहले कई बार सोचे। बैठक में अमित शाह ने विपक्ष पर झूठ का सहारा लेने और फर्जी विमर्श फैलाने का आरोप लगाया लेकिन विश्वास जताया कि लोग मोदी को ही चुनेंगे और केंद्र में लगातार तीसरा कार्यकाल सौंपेंगे। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भाजपा पदाधिकारियों से हर जगह अपनी बूथ समितियों को मजबूत करने के लिए कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसके स्थानीय कार्यकर्ता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकें।
महिलाओं, किसानों, युवाओं, गरीब पर दें ध्यान : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले दिन बैठक में एक खास मैसेज दिया। साथ ही कहा था कि चार जातियों एवं वर्गों (महिलाओं, किसानों, युवाओं, गरीब) को ध्यान में रखकर काम किए जाएं। प्रधानमंत्री ने महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों तक पहुंचने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिन्हें वह अक्सर चार सबसे बड़े वर्ग के रूप में बताते रहे हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि वे अधिक से अधिक संख्या में इन लोगों को विकसित भारत संकल्प यात्रा से जोड़ें, जिसका उद्देश्य उनकी सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं को शत प्रतिशत पूरा करना है।
मोदी का निर्देश, मिशन मोड में काम करें
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में 2 दिन तक चली इस हाईलेवल बैठक में बंद कमरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने क्या मंथन किया, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि पार्टी नेताओं के लिए सामान्य संदेश यही था कि चुनाव की घोषणा से पहले बच्चे 3 महीना में सरकार के कार्यों को जन जन तक पहुंचाएं। बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में संगठनात्मक तैयारी का जायजा लिया और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए आगामी कार्यक्रम रूपरेखा तैयार की। सूत्रों के मुताबिक पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पदाधिकारी से कहा था कि अब मिशन बोर्ड में काम करना होगा। पदाधिकारी से कहा गया है कि वह सोशल मीडिया पर एग्रेसिव होकर अपनी बात कहें और सोशल मीडिया के जरिए केंद्र सरकार के गरीब कल्याण योजनाओं से संबंधित डाटा ज्यादा शेयर करें। विपक्षी दलों के नेगेटिव प्रचार वाले तत्वों के अनुसार पॉजिटिव जवाब दें।
राम के जरिए भाजपा लगाएगी नैय्या पार
भाजपा राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही भाजपा में राम मंदिर निर्माण पर एक बुकलेट जारी करने पर सहमति बनी। वहीं भाजपा एक जनवरी से मंदिर समारोह अभियान चलाएगी, जिसके जरिए विपक्ष को घेरने की तैयारी की जा रही है।
गठबंधन से होगी सीधी जंग, बढ़ाएं वोट प्रतिशत
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई की संभावना के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आगामी लोकसभा चुनाव में 2019 के चुनावों की तुलना में भाजपा के वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का आह्वान किया। साल 2019 के चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को 37 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे जबकि उसके नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को करीब 45 प्रतिशत वोट मिले थे। साल 2014 में केंद्र में सत्ता में आने के बाद से, भाजपा ने विधानसभा चुनावों में अपने वोट प्रतिशत को 50 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया है और कुछ चुनावों में उसे सफलता भी मिली।