लखनऊ/ अदिति सिंह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के आत्मनिर्भर भारत व मेक इन इंडिया मिशन को साकार करने में यूपी अग्रणी राज्य के रूप में पहचान बना रहा है। इस दिशा में सीएम योगी के मार्गदर्शन में प्रदेश में कई परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में निर्माणाधीन टॉय पार्क क्लस्टर भी इसमें एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है। सेक्टर 33 में स्थापित हो रहे इस टॉय पार्क में लगातार औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम किया जा रहा है। संभावना है कि अगले एक वर्ष में यहां लगने वाली औद्योगिक इकाइयां अपना उत्पादन भी शुरू कर देंगी। यानि जल्द ही इस टॉय पार्क की मदद से भारत की खिलौना मार्केट चीन को पछाड़कर विश्वपटल पर अपनी बादशाहत कायम करने की दिशा में आगे बढ़ेगी।
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उल्लेखनीय है कि भारत में बनने वाला खिलौना दुनिया के करीब 50 देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। इस टॉय पार्क के निर्माण के बाद अधिक उत्पादन के साथ ही अधिक एक्सपोर्ट भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अध्यक्ष अनिल कुमार सागर ने शनिवार को ही सेक्टर 33 में स्थापित किए जा रहे टॉय पार्क मैं औद्योगिक इकाइयों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 33 में 100 एकड़ क्षेत्रफल पर टॉय पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। प्राधिकरण द्वारा इसमें विभिन्न श्रेणी के 142 भूखंडों का आवंटन किया गया है, जिनमें से 91 इकाइयों को चैक लिस्ट जारी की जा चुकी है तथा 39 इकाइयों द्वारा लीज डीड की कार्रवाई संपन्न की जा चुकी है। आज इस औद्योगिक टॉय पार्क क्लस्टर में फैक्टरी निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया गया। द टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय अग्रवाल के अनुसार आगामी एक वर्ष में कई फैक्ट्रियों का निर्माण कार्य पूर्ण कर उत्पादन शुरू हो जाएगा।
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उन्होंने बताया कि विगत कुछ वर्ष में खिलौनों के इंपोर्ट में कमी आई है, जबकि एक्सपोर्ट को बढ़ाया गया है। यह एक्सपोर्ट 60 परसेंट के करीब है। यह प्रधानमंत्री जी के मेक इन इंडिया मिशन को पूरी तरह से साकार कर रहा है। उन्होंने उद्यमियों से अपील भी की है कि सभी को बेस्ट क्वालिटी के खिलौनों का निर्माण इस टॉय पार्क में करना चाहिए। आज के समय में देश में खिलौना उद्योग में काफई स्कोप है, जिसका सभी को लाभ उठाना चाहिए।
टॉय पार्क क्लस्टर में लग रहे ये उद्योग
इस क्लस्टर में सॉफ्ट टॉयस, इलेक्ट्रॉनिक टॉयस, लकड़ी के खिलौने, राइड ऑन टॉयस, स्लाइड्स, बोर्ड गेम्स, प्लास्टिक टॉयस, प्लेग्राउंड इक्विपमेंट टॉयस आदि का निर्माण किया जाएगा। टॉय इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियां यहां आवंटित भूखंडों पर सॉफ्ट टॉय मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, राइड ऑफ टॉय यूनिट, इलेक्ट्रॉनिक टॉय मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, मैकेनिकल टॉयज के अलावा इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफॉर्मर्स फॉर टॉयज एंड इलेक्ट्रिकल टॉयज जैसी यूनिट्स स्थापित करेंगी। इनमें फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयज एलएलपी समेत कई अन्य कंपनियां शामिल हैं।
5 एकड़ में बन रहा कॉमन फैसिलिटी सेंटर
प्राधिकरण द्वारा टॉय पार्क क्लस्टर में पांच एकड़ क्षेत्रफल में कॉमन फैसिलिटीज सेंटर का भी निर्माण किया जा रहा है। यमुना प्राधिकरण का टॉय क्लस्टर देश का सबसे बड़ा टॉय क्लस्टर है। टॉय क्लस्टर में काफी रोजगार की भी संभावनाएं हैं। जानकारी के अनुसार इस टॉय पार्क क्लस्टर के निर्माण से करीब 1100 करोड़ रुपए का निवेश तथा 6000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का भी सृजन होने की संभावना है।
सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार हो रहा इंफ्रास्ट्रक्चर
भारत सरकार की पीएलआई स्कीम के अन्तर्गत जो भी सुविधाएं आवश्यक हैं वह भी प्राधिकरण द्वारा दी जा रही हैं। टॉय एसोसिएशन की डिमांड के आधार पर इस टॉय पार्क में नियोजन किया गया, जो की मूर्त रूप प्राप्त कर रहा है। प्राधिकरण द्वारा इस सेक्टर में विकास कार्य जिनमें मुख्यतः रोड, सीवरेज, इलेक्ट्रिकल लाइन्स, पानी की व्यवस्था आदि किए गए हैं। उद्यमियों को सुरक्षा व ट्रांसपोर्ट की बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी। बिजली पानी सड़क कनेक्टिविटी इस क्लस्टर को उपलब्ध रहेगी। टॉय पार्क क्लस्टर मैं भी फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण किया जाएगा जिससे टॉय उद्योग की सपोर्ट इंडस्ट्री को स्थान उपलब्ध जो सके।