नयी दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : देश की प्रगति में भीम राव आंबेडकर के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने संविधान निर्माता की 131वीं जयंती पर बृहस्पतिवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कहा कि दलितों तथा वंचितों के कल्याण के लिए आंबेडकर के विचार भारतीय जनता पार्टी-नीत केंद्र सरकार के लिए प्रेरणापुंज हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित कई गणमान्य लोगों ने इस अवसर पर संसद भवन में आंबेडकर को पुष्पांजलि अॢपत की।
—देश ने संविधान निर्माता भीम राव आंबेडकर को किया याद
—राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, सोनिया गांधी ने दी श्रद्धांजलि
मोदी ने एक टवीट में कहा, बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। भारत की प्रगति में उन्होंने अमिट योगदान दिया है। आज देश के लिए उनके सपनों को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का दिन है। आंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को एक दलित परिवार में हुआ था। पेशे से वकील आंबेडकर एक अर्थशास्त्री भी थे। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दलितों, पीड़ितों, वंचितों और शोषितों के कल्याण के लिए बाबासाहेब के विचार हमारी सरकार के लिए प्रेरणापुंज रहे हैं। यही वजह है कि हमारी सभी योजनाएं गरीब से गरीब को ध्यान में रखकर लागू की गई हैं और सामाजिक न्याय की दिशा में हमने कई मानदंड तय किए हैं। pic.twitter.com/dOJixnlLOj
— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2022
देश के प्रथम कानून मंत्री के तौर पर उन्होंने दलित समुदाय के हितों की पैरोकारी की जिसने गहरे भेदभाव का सामना किया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आंबेडकर ने भारत को उसका सबसे मजबूत स्तंभ संविधान दिया है। राहुल ने टवीट किया, मैं डॉ. बी आर आंबेडकर की 131वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अॢपत करता हूं। उन्होंने भारत को उसकी शक्ति का सबसे मजबूत स्तंभ- हमारा पवित्र संविधान- दिया है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक टविटर हैंडल पर कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर समानता, मानवाधिकार और सामाजिक न्याय के पैरोकार रहे थे। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आंबेडकर को श्रद्धांजलि अॢपत करते हुए कहा कि वह समाज के वंचितों की आवाज थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन हाशिये पर मौजूद तबकों के उत्थान में लगा दिया। उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक टवीट के मुताबिक, नायडू ने कहा हमारे संविधान के शिल्पी, विद्वान विचारक और समाज सुधारक, डॉ भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर, एक समतामूलक समाज के लिए आपके जीवन संघर्ष को सादर प्रणाम करता हूं। आपकी दष्टि से ही हमारा संविधान, देश के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय का मार्गदर्शक दस्तावेज बना।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर संसद भवन परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। pic.twitter.com/HZ1MFaMqff
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 14, 2022
उधर, लखनऊ में, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने इस अवसर का उपयोग अपने विरोधियों की आलोचना करने के लिए किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा जैसी पाॢटयाँ किसी भी दलित को राजनीति में उच्च पद पर तो बैठा देती हैं लेकिन वह व्यक्ति अपने उपेक्षित समाज का उद्धार नहीं कर सकता। बसपा प्रमुख ने लखनऊ में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आंबेडकर को श्रद्धा सुमन अॢपत किए। बाद में पार्टी द्वारा जारी एक बयान में मायावती ने कहा, देश की राजनीति में हमेशा से यह स्पष्ट रहा है कि खासकर कांग्रेस व भाजपा आदि जातिवादी पाॢटयाँ किसी भी दलित को भले ही सांसद, विधायक, मंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रपति आदि बना दें, लेकिन तब भी वह व्यक्ति अपने उपेक्षित समाज का उद्धार व तरक्की कतई नहीं कर सकता। मायावती कहा कि जिन अति-जातिवादी पाॢटयों या ताकतों ने बाबा साहेब डा. आंबेडकर के युग परिवर्तनीय, मानवतावादी सोच व संघर्षों की हमेशा उपेक्षा की और उनका तिरस्कार किया, आज वही लोग राजनीतिक स्वार्थ की खातिर उन्हें श्रद्धांजलि देने की होड़ में लगे हुए हैं। मुंबई में, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जब पड़ोसी देश श्रीलंका और पाकिस्तान अस्थिरता के दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे में बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के दिये संविधान की वजह से ही भारत स्थिर और संगठित बना हुआ है। पवार ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर मुंबई में आयोजित समारोह में यह बात कही। पवार ने कहा कि देश के प्रति आंबेडकर का योगदान निॢववाद है और उन्होंने राजनीतिक दष्टि से भारत को स्थिरता प्रदान की । पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, पड़ोसी देश श्रीलंका में हालात ऐसे हैं कि उसका लोकतंत्र संकट में पड़ सकता है। हमारे एक और पड़ोसी देश, पाकिस्तान में क्या हालात हैं? हमारे पड़ोसी देशों में स्थिरता नहीं है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर आंबेडकर का महत्व घटाने और उनकी पहचान महज एक दलित नेता के रूप में सीमित करने का आरोप लगाया। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार ने आधुनिक भारत को आकार देने में आंबेडकर की भूमिका को पहचाना और उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के संस्थापक होने का श्रेय दिया गया। भाजपा ने कहा कि संविधान निर्माता को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न 1989 में दिया गया, जब केंद्र में भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी। भाजपा की संस्थापना के 42 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे सामाजिक न्याय पखवाड़ा के तहत प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के महासचिव दुष्यंत गौतम और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार ने उन विभिन्न पहलों का हवाला दिया जो मोदी सरकार ने आंबेडकर के योगदान को स्वीकार करने के लिए शुरू की हैं।