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Friday, December 27, 2024

अमृत महोत्सव में गांव स्तर पर हिस्सेदारी होनी चाहिए, राज्य बनाएं योजना

नयी दिल्ली /अदिति सिंह : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यों से कहा है कि वे आजादी के अमृत महोत्सव में गांव, तहसील और जिलों के स्तर पर सभी हिस्सेदारी के लिए व्यापक योजना बनाएं। इसमें ये तय करना है कि कैसे सभी की हिस्सेदारी अमृत महोत्सव में हो और इसके लिए कार्यक्रमों की रचना करना और उन्हें सफल बनाना है। आजादी के अमृत महोत्सव को पांच वर्गों में मनाने की कल्पना रखी गई है, फ्रीडम स्ट्रगल, आइडिया @ 75, अचीवमेंट @ 75, और रिजॉल्व @ 75। इन पांच वर्गों में हमें आने वाले समय की प्लानिंग करनी चाहिए। लिहाजा सभी गांव और राज्य की हिस्सेदारी बढ़ाना हम सुनिश्ििचत करें। इसमें जितने लोग, विशेषकर युवा, सम्मिलित होंगे तो शताब्दी के वर्ष में देश को विश्व में शीर्ष स्थान पर बिठाने में उनकी ऊर्जा ही काम आएगी। जितने लोग सम्मिलित होंगे वो अपने आप संकल्पों की सिद्धि के 25 साल की यात्रा के सहयात्री बन जाएंगे और देश को उपलब्धियों की ओर ले जाएंगे। 25 साल बाद कोई हो ना हो, लेकिन देश तो होगा ही और देश को आगे बढऩा चाहिए। इस बड़ी कल्पना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संकल्प यात्रा का विचार किया है और हम सबको, पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर, इस संकल्प यात्रा को सफल बनाना चाहिए।

-स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े स्थलों की पहचान नए सिरे से करना जरूरी
-गृहमंत्री अमित शाह ने किया पर्यटन और संस्कृति मंत्रियों के सम्मेलन का श्रीगणेश
-आजादी के अमृत महोत्सव को पांच वर्गों में मनाने की कल्पना रखी गई

इसको लेकर दिल्ली में दो दिवसीय देश के पर्यटन और संस्कृति मंत्रियों के सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन को अमृत समागम नाम दिया गया है। शुभारंभ गृहमंत्री अमित शाह ने किया। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं उत्तरपूर्व मामलों के मंत्री जी. किशन रेड्डी, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विदेश और संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट सहित राज्यों के पर्यटन मंत्री एवं अधिकारी मौजूद रहे। अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अमृत महोत्सव में गांव स्तर पर हिस्सेदारी होनी चाहिए, राज्य बनाएं योजना

केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में हर घर झंडा, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, डिजिटल जिला रिपॉजिटरी, स्वतंत्र स्वर और मेरा गांव, मेरी धरोहर- ये सारे कार्यक्रम जनभागीदारी को सुनिश्चित करने वाले हैं। हर घर झंडा कार्यक्रम राज्य सरकारों और पंचायत, नगर निगम, जिला पंचायत, तहसील पंचायत की सहभागिता के बिना सफल नहीं हो सकता। हर स्कूल की हिस्सेदारी के बिना यह सफल नहीं हो सकता और हमें इसे आगे बढ़ाना होगा। अमित शाह ने सभी राज्यों से अनुरोध किया कि हर घर झंडा, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, डिजिटल जिला रिपॉजटरी, स्वतंत्र स्वर और मेरा गांव, मेरी धरोहर- इन सभी कार्यक्रमों की जानकारी लेकर अपने-अपने राज्यों में वो सफल हो इसके लिए हम आगे बढ़ें।
अमित शाह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े स्थलों की पहचान नए सिरे से उपलब्ध करानी चाहिए। एक भी गांव ऐसा नहीं है जिसने स्वतंत्रता आंदोलन के लिए कुछ नहीं किया। एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां कोई बड़ी घटना नहीं हुई। हम उन घटनाओं को, उनकी स्मृति को पुनर्जीवित कर सकते हैं, स्कूली बच्चों को क्या हम स्वतंत्रता सेनानियों के घर, उनके गांव में ले जाने का कार्यक्रम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से एक अद्भुत राष्ट्रभक्ति की चेतना जागृत होगी और बच्चे, हमारी नई पीढ़ी इसके साथ जुड़ेगी। कॉलेजों को भी इसके साथ जुडऩा चाहिए और 75 कॉलेजों का एक संपुट बनाकर देशभर में जितने भी स्वतंत्रता की लड़ाई के साथ जुड़े स्मृति स्थल हैं, उनका महिमामंडन करना, उन्हें फिर से लोगों के स्मृतिपटल पर पुनर्जीवित करना। इस प्रकार के कार्यक्रम करने से हमें बहुत फायदा होगा। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस दो दिन की संगोष्ठी के दौरान राज्यों में कुछ स्थान आजादी के अमृत महोत्सव के निमित्त स्थानीय ऐसे बनाएं, जो चेतना के केंद्र बनें। कुछ ऐसे संकल्प प्रसारित करें जो अनेक लोगों को प्रेरणा दें कि मैं पढ़ लिख गया हूं और मैं एक प्रौढ़ अशिक्षित को पढ़ाऊंगा। इस प्रकार के संकल्प जो चेतना, देशभक्ति, विकास को फैलाने का काम करें, इस प्रकार की कार्ययोजना आप यहां से बनाकर जाएंगे, इसका मुझे विश्वास है।

विद्यार्थियों को जोड़कर एक नई चेतना की जागृति करनी चाहिए

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारिता के माध्यम से भी बहुत सारे लोगों ने देश की सेवा की है। पत्रकारिता के विद्यार्थियों को आजादी में पत्रकारिता की भूमिका, इस विषय पर अगर हम जोड़ते हैं तो बहुत काम हो सकता है। नाट्य और संगीत में रुचि रखने वाले लोगों को, उस वक्त कला का उपयोग कर भी कई सारे लोगों को आजादी के आंदोलन के साथ जोडऩे का प्रयास हुआ था, जोड़कर उसे हमें आगे बढ़ाना चाहिए। फाइन आट्र्स के विद्यार्थियों को भी जोड़कर एक नई चेतना की जागृति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आजादी के आंदोलन के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने और उनकी स्मृति को पुनर्जीवित करने पर ज्यादा बल दिया है। यहां आज मौजूद राज्यों के संस्कृति मंत्री और पर्यटन मंत्री, अपने-अपने राज्य में जाकर इस विषय को नीचे तक पहुंचाने का प्रयास करें, यह सभी से अपेक्षा है। संकल्प आजादी के अमृत महोत्सव की आत्मा है।

देश का हर नागरिक एक-एक व्यक्तिगत संकल्प ले

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 130 करोड़ नागरिक अगर एक-एक छोटा व्यक्तिगत संकल्प भी ले, तो बहुत बड़ी ऊर्जा का निर्माण हो सकता है। अगर 130 करोड़ नागरिक एक-एक व्यक्तिगत संकल्प ले जो अपने लिए ना भी हो, किसी दूसरे के लिए, गांव के दलित, गरीब, अनपढ़ व्यक्ति के लिए हो, तो 130 करोड़ संकल्पों का यह संपुट देश को महान बनाने के लिए बहुत बड़ा काम कर सकता है। देखने में यह चीज बहुत छोटी है मगर 130 करोड़ लोग अगर करते हैं तो इसकी ताकत भी बहुत बड़ी है। आजादी का अमृत महोत्सव, अमृत काल और शताब्दी तक का समय, भारत को महान बनाने का समय है, भारत को दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर बिठाने का समय है और विश्व गुरु बनाने का समय है।

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