नयी दिल्ली /अदिति सिंह : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थितियों को भारतीय जनता पार्टी के और अनुकूल बनाने के अगले प्रयासों के तहत मोर्चा संभाल लिया है। इसके लिए वह खुद मैदान में उतर गए हैं। इसको लेकर अमित शाह ने बुधवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेताओं से मुलाकात की। साथ ही जमीनी हालात, बीजेपी की स्थिति और ओवरआल समीकरण पर संवाद किया। दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश साहिब ङ्क्षसह वर्मा के आवास पर हुई इस बैठक को सामाजिक भाईचारा बैठक का नाम दिया। बैठक में जाट समुदाय के करीब 250 से अधिक प्रबुद्ध वर्ग के लोग और अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभुत्व रखने वाले नेताओं के अलावा भाजपा के उत्तर प्रदेश के प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान और बागपत से सांसद सत्यपाल ङ्क्षसह भी शामिल हुए। इसके अलावा जाट नेता पंचायत समिति के सदस्य, जीते हुए प्रधान, प्रमुख खापों के वरिष्ठ नुमाइंदे भी शामिल हुए। इस दौरान बीजेपी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘हम भी जयंत चौधरी को चाहते हैं, लेकिन उन्होंने घर गलत चुन लिया।
-जाट नेताओं, प्रतिनिधियों से की मुलाकात, सुनी समस्या, दिया भरोसा
-अमित शाह रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को दिया ऑफर, बढ़ाए हाथ
– हम भी जयंत चौधरी को चाहते हैं, उन्होंने घर गलत चुन लिया : शाह
-अच्छी बैठक हुई है और सभी ने विश्वास दिलाया, बीजेपी का समर्थन करेंगे
जब भी जाट समाज के सामने झोली लेकर गया, वोट मिला, कमल खिला। सपा-आरएलडी में चौधरी जयंत साहब की नहीं, आजम की चलेगी। जब हमने जाटों की कुछ बात नहीं मानी, तब भी उन्होंने वोट दिया। हमारा आपका नाता तो 650 साल पुराना है। आप भी मुगलों से लड़े, हम भी लड़ रहे हैं।
सांसद प्रवेश वर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में दावा किया कि जाट नेताओं में भाजपा के प्रति जो नाराजगी थी, वह अब नहीं है। बैठक के बाद भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने कहा कि आज यहां पर सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट समाज के प्रमुख व्यक्ति आए थे। सभी ने गृह मंत्री के सामने अपनी तकलीफें रखीं और गृह मंत्री ने सबकी तकलीफें सुनी। उन्होंने सबके सामने ये बात भी रखी कि उनके समाज और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए अभी तक क्या-क्या काम किए हैं और क्या-क्या काम करने जा रहे हैं। भाजपा सांसद ने दावा किया कि बहुत ही अच्छी बैठक हुई है और सभी ने गृह मंत्री को विश्वास दिलाया कि वो इस बार भी बीजेपी का समर्थन करेंगे। यूपी के जाट नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद बीजेपी सांसद परवेश वर्मा ने कहा, हम (रालोद प्रमुख) जयंत चौधरी का अपने घर (भाजपा) में स्वागत करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने गलत रास्ता चुना। जाट समुदाय के लोग उनसे बात करेंगे। उनके लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। हालांकि, जयंत चौधरी ने भाजपा के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
प्रवेश वर्मा ने कहा, यह तय है कि बीजेपी की सरकार बनेगी। जयंत चौधरी ने गलत रास्ता चुना है। यहां के समाज के लोग उनसे बात करेंगे समझाएंगे, इलेक्शन के बाद संभावनाएं खुली रहती है, हमारा दरवाजा आपके लिए खुला है और किसी संभावना से मना नहीं किया जा सकता है। क्या जयंत उनके संपर्क में हैं इसके जवाब में बीजेपी सांसद ने कहा, चुनाव के बाद देखेंगे क्या संभावना बनती है। हम तो चाहते थे कि हमारे घर में आएं, लेकिन उन्होंने कोई दूसरा घर चुना है। यह पूछे जाने पर कि क्या अभी देर नहीं हुआ है तो प्रवेश ने नहीं में जवाब दिया। बैठक में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि चुनाव से पहले इस प्रकार की बैठकें होती रहती हैं और क्योंकि कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी बैठक करना संभव नहीं था, इसलिए इसे दिल्ली में आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा, चुनाव है तो मकसद चुनाव ही है।
पलायन और 80 बनाम 20 जैसे मुद्दों को उठाकर ध्रुवीकरण की कोशिश में भाजपा
पहले दोनों चरणों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मतदान होगा। पिछले चुनावों में भाजपा ने इस इलाके में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन इस बार किसान आंदोलन की वजह से क्षेत्र के किसानों और जाट समुदाय में भाजपा के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली है। ज्ञात हो कि किसानों, जाटों और दलितों के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की आबादी अच्छी है। हर चुनाव में भाजपा पर इस इलाके में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश के आरोप लगते रहे हैं। इस बार भाजपा की ओर से पलायन और 80 बनाम 20 जैसे मुद्दों को उठाकर ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है। अमित शाह ने पिछले दिनों कैराना का दौरा कर इन मुद्दों को धार देने की भी कोशिश की। अमित शाह बृहस्पतिवार को मथुरा और गौतमबुद्धनगर नगर में घर-घर प्रचार अभियान करेंगे। इसी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह बागपत और गाजियाबाद में पार्टी के प्रचार अभियान की कमान थामेंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा। इसमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर जिले प्रमुख हैं। दूसरे चरण में 14 फरवरी को नौ जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इसमें सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत प्रमुख जिले हैं।
जयंत ने बीजेपी के ऑफर को ठुकराया, बोला हमला
बीजेपी की ओर से आए ऑफर का जवाब देने में जयंत ने भी देर नहीं की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए! जयंत का इशारा उन किसान परिवारों की ओर है जिनके अपने किसान आंदोलन के दौरान मारे गए। जयंत चौधरी की अगुआई वाली पार्टी रालोद ने इस बार समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया है। भाजपा के प्रस्ताव को रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने अमित शाह का न्यौता ठुकरा दिया है। साथ ही गृहमंत्री अमित शाह के न्यौते पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुझे न्यौता मत दीजिए, न्यौता उन किसान परिवारों को दीजिए।