—ब्रांच पालम कॉलोनी, संत निरंकारी सत्संग भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : संत निरंकारी मिशन की प्रमुख सदगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशन में राजधानी के ब्रांच पालम कॉलोनी में रविवार को को संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के तत्वधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें सन्त निरंकारी मिशन के भारी संख्या में श्रद्धालु सेवादारों द्वारा स्वेच्छा एवं निःस्वार्थ भाव से रक्तदान किया गया। रक्त एकत्रित करने हेतु इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के ब्लड बैंक से 8 सदस्यों की एक टीम वहां उपस्थित हुई।
शिविर का उद्घाटन राजनगर पालम के पार्षद भूपेंदर गुप्ता एवं पालम के पार्षद अमन जांगड़ा ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने रक्तदान शिविर में सम्मिलित होने वाले रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया एवं जनकल्याण के लिए की गई उनकी सच्ची सेवा की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मिशन के भक्तों के लिए रक्त का दान पहले से ही भक्ति का एक अभिन्न अंग बन चुका है और निरंकारी मिशन के सेवादार सदैव ही निःस्वार्थ भाव से जनकल्याण की सेवा में निरंतर तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर डॉ. नरेश अरोड़ा (संत निरंकारी मंडल – मेडिकल कोऑर्डिनेटर) भी उपस्थित रहे।
स्थानीय संयोजक राम शरण ने रक्तदान शिविर में उपस्थित डॉक्टर एवं उनकी टीम तथा रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया। साथ ही बताया कि मिशन द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन दिल्ली में वर्ष 1986 के नवम्बर माह में वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के अवसर पर किया गया। जिसमें बाबा हरदेव सिंह ने शिविर का उद्घाटन किया और मानवता को यह संदेश दिया कि ‘रक्त नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए।’संत निरंकारी मिशन के सेवादार इस संदेश को चरितार्थ करते हुए दिन रात मानवमात्र की सेवा में तत्पर है। विशेष रूप में कोरोना महामारी की विषम परिस्थिति में भी जनकल्याण के लिए निःस्वार्थ भाव से सेवाएं की जा रही है जो निरंतर जारी है।
गौरतलब है कि संत निरंकारी मिशन द्वारा जनहित की भलाई हेतु भी अनेक सेवाएं की जा रही हैं जिससे समाज का समुचित विकास हो सके। इनमें मुख्यतः स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श केन्द्र, निःशुल्क नेत्र शिविर, प्राकृतिक आपदाओं में ज़रूरतमंदों की सहायता इत्यादि सम्मिलित है। इन सभी सेवाओं के लिए मिशन को विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा सराहा एवं सम्मानित भी किया गया है।