-दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के कोआप्शन की दो सीटों का चुनाव 9 को
–दो सीटों के लिए उतरे 6 धुरंधर, जागो पार्टी ने उतारा अपना प्रत्याशी
–अकाली दल से 4, सरना दल से 1, जागो पार्टी से 1 कंडीडेट मैदान में
–अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने दिल्ली में डाला डेरा
– कोआप्शन की एक सीट के लिए 16 सदस्यों की जरूरत, अकालियों की सीट पक्की
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) की 2 कोआप्शन सीटों का चुनाव दिलचस्प हो गया है। 9 सितम्बर को होने वाले चुनाव के लिए कुल 6 प्रत्याशी मैदान में आ गए हैं। इसमें 4 प्रत्याशी शिरोमणि अकाली दल(बादल), 1 प्रत्याशी शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) एवं 1 जागो पार्टी से है। बादल दल की तरफ से विक्रम सिंह रोहिणी, सिक्ख फोरम से जुड़े आरएस अहूजा, दिल्ली कमेटी के पूर्व लीगल सेल के चेयरमैन जसविंदर सिंह जौली एवं सतपाल सिंह चन्न ने पर्चा भरा है। जबकि शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने खुद ही पर्चा भरा है। इसी प्रकार जागो पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय महासचिव परमिंदर पाल सिंह ने आखिरी समय में पर्चा भरकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है।
कोआप्शन की एक सीट के लिए 16 सदस्यों की जरूरत होती है। शिरोमणि अकाली दल के पास 28 सीटें हैं। सरना दल के पास 15 एवं जागो के पास 3 सदस्य हैं। इस हिसाब से बादल दल एक सीट जीत सकता है। सरना को भी एक सीट जीतने के लिए जागो के तीन सीटों की जरूरत होगी। चुनाव में किस उम्मीदवार की जीत होगी यह कहना अभी फिलहाल संभव नहीं होगा। हालांकि, जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके ने मुख्य चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ऐलान किया था कि उनकी पार्टी सरना दल को कोआप्शन सीट के लिए समर्थन करेगी। लेकिन, आखिरी दिन उन्होंने अपना उम्मीदवार खड़ा करके सबको चौका दिया है। जीके ने अपने खास परमिंदर पाल को मैदान में उतारा है। इस हिसाब से यदि शिरोमणि अकाली दल के 12 अतिरिक्त वोट जागो उम्मीदवार को मिलते हैं, तो परमजीत सिंह सरना के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।
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सूत्रों के मुताबिक अकाली दल हाईकमान यही चाहता है कि दूसरी कोआप्शन की सीट पर परमजीत सिंह सरना को पटकनी दी जाए। सरना ना जीते बेशक जागो का उम्मीदवार जीत जाए। यही कारण है कि उन्होंने गुपचुप तरीके से जागो पार्टी के उम्मीदवार केा समर्थन देने का मन भी बना लिया है। असल हकीकत का पता 8 सितम्बर को नाम वापसी के बाद पता चलेगा, कि कितने उम्मीदवार नाम अपना वापस लेते हैं। यदि 2 दो से अधिक उम्मीदवार बाकी रह जाते हैं तो 9 सितम्बर को मतदान होगा।
मंजीत सिंह जीके से मिलना चाहते हैं सुखबीर बादल
सूत्रों के मुताबिक शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। दिल्ली आने के बाद सरना दल के आए सदस्य सुखबीर सिंह कालरा से मुलाकात की। इसलिए माना जा रहा है कि सुखबीर सिंह बादल खुद चुनाव जीतने के लिए अपनी ताकत लगाने के लिए जुट गए हैं। सूत्रों की माने तो सुखबीर सिंह बादल, जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके से मिलना चाहते हैं। उन्होंने अपने एक भरोसेमंद दूत से संदेशा भी भेजवाया है। लेकिन अभी तक मुलाकात नहीं हो पायी है। इस बीच शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) ने भी अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए बैठकों का दौर तेज करते हुए ‘ किंग मेकर ‘ की भूमिका निभा रहे मंजीत सिंह जीके से मुलाकात की है। पार्टी के लिए मंजीत सिंह जीके के तीन वोट बहुत अहम हैं। तीन वोटों में से एक वोट खुद मंजीत सिंह का है। दूसरा परमजीत सिंह राणा एवं तीसरे सदस्य सतनाम सिंह खेवा हैं।