-लगातार दूसरे दिन हाईलेवल बैठक, गृहमंत्री अमित शाह की समीक्षा
–तूफान के चलते अस्पतालों में किया जाए पुख्ता इंतजाम
-आक्सीजन, बिजली, दवाओं का स्टाक ज्यादा रखने का निर्देश
— दूरसंचार सेवाओं की सुरक्षा और समय पर बहाली पर निगरानी रहे
नई दिल्ली/ नेशनल ब्यूरो : ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के साथ बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान यास को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह से एलर्ट पर है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उप-राज्यपाल, केन्द्रीय मंत्रालयों और एजेंसियां की तैयारियों का आंकलन के लिए एक हाईलेवल बैठक की। इस मौके पर अमित शाह ने सभी प्रभावित राज्यों के प्रशासनों से सभी कोविड-19 अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, वैक्सीन कोल्ड चेन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं में पर्याप्त बिजली बैकअप व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष रूप से बल दिया। इसके अलावा, वाहनों की आवाजाही में संभावित व्यवधान को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं और उनकी आपूर्ति का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने की सलाह दी।
Reviewed the preparedness to tackle the situation arising out of Cyclone Yaas, which is forming in the Bay of Bengal.
• Timely evacuation of people.
• Adequate power backup arrangements in all hospitals.
• Ensure the safety of oxygen generation plants.https://t.co/6g5sY1pTjy pic.twitter.com/yWQxxXmw7a— Amit Shah (@AmitShah) May 24, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री ने चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने की संभावना वाले अस्थायी अस्पतालों सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को नुकसान से बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने और यदि आवश्यक हो तो रोगियों को अग्रिम रूप से वहां से निकालने की सलाह दी। अमित शाह ने कहा कि इस संबंध में पश्चिमी तट पर की गई अग्रिम कार्रवाई में यह सुनिश्चित किया जाये कि किसी भी चिकित्सा सुविधा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े।
केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों में स्थित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों पर चक्रवात के प्रभाव की भी समीक्षा की। गृह मंत्री ने उन्हें दो दिनों के लिए ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखने और आवंटित राज्यों को ऑक्सीजन टैंकरों की आवाजाही के लिए अग्रिम योजना बनाने की सलाह दी, ताकि किसी भी व्यवधान की स्थिति में, आवंटित राज्यों की आपूर्ति प्रभावित न हो सके।
ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा
अमित शाह ने राज्य सरकारों से ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करने के लिए कहा। बैठक के दौरान सभी नौवहन और मछली पकडऩे वाले जहाजों और क्षेत्र के सभी बंदरगाहों एवं तेल प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की भी समीक्षा की। इस उन्होंने लोगों को शिक्षित और प्रेरित करने की दृष्टि से मोबाइल फोन, टेलीविजन, सोशल मीडिया और ग्राम पंचायतों के माध्यम से स्थानीय भाषाओं में संदेश प्रसारित करने की सलाह दी। अमित शाह ने कहा कि ओडिशा द्वारा अपनाई गई व्यवस्था के अनुसार, होमगार्ड, एनसीसी और नागरिक सुरक्षा जैसे स्वयंसेवकों को भी लोगों को निकालने में मदद करने के लिए जुटाया जा सकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने बिजली और दूरसंचार सेवाओं की सुरक्षा और समय पर बहाली की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को अग्रिम योजना बनाने और संवेदनशील स्थानों पर आवश्यक जनशक्ति, उपकरण और सामग्री को पहले से पहुंचाने की सलाह दी।
बिजली लाइनों की क्षति को तुरंत बहाल करने की आवश्यकता
गृह मंत्री ने चक्रवाती तूफान के दौरान बिजली लाइनों की सुरक्षा की देखभाल करने और तूफान से होने वाली किसी भी क्षति को तुरंत बहाल करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारी पेड़ों की समय पर छंटाई से नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी। अमित शाह ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को चक्रवाती तूफान से संबंधित अग्रिम चेतावनियों और पूर्वानुमान की ताजा जानकारी के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से संपर्क बनाए रखने की भी सलाह दी।
इस मौके पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कैबिनेट सचिव, गृह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, बिजली, दूरसंचार, सड़क परिवहन और राजमार्ग, बंदरगाह नौवहन और जलमार्ग तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालयों के सचिव, एनडीएमए, सीआईएससी और इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के सदस्य तथा आईएमडी, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ के महानिदेशक भी बैठक में शामिल हुए।