—केंद्र से वैक्सीन मिलने पर सेंटर चालू हो जाएंगे, बन्द करने का दुख
– विदेशी वैक्सीन का भारत में इस्तेमाल की इजाजत दी जाए
— राज्यों की जगह केंद्र सरकार खुद विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीदे
—जिन देशों ने अधिक वैक्सीन जमा कर रखा है, उनसे मांगे केंद्र सरकार
— हर महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत, अभी तक 50 लाख वैक्सीन लगा चुके
– सभी वयस्कों को वैक्सीन लगाने के लिए हमें अभी 2.5 करोड़ वैक्सीन चाहिए
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल: केंद्र सरकार से दिल्ली को वैक्सीन नहीं मिलने और दी गई वैक्सीन खत्म होने के कारण दिल्ली सरकार को दिल्ली में आज से युवाओं का वैक्सीनेशन बंद करना पड़ रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि वैक्सीन खत्म होने के कारण हमें वैक्सीनेशन सेंटर बन्द करने का बेहद दुख है। केंद्र से वैक्सीन जैसे ही वैक्सीन मिलेगी, सेंटर चालू हो जाएंगे। सीएम ने देश में वैक्सीन की उपलब्धता तुरंत बढाने के लिए केंद्र सरकार को चार सुझाव भी दिए। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार भारत बायोटेक से फार्मूला लेकर वैक्सीन बनाने वाली दूसरी कंपनियों को दे और तत्काल उन्हें उत्पादन शुरू करने के लिए आदेश दे। विदेशी वैक्सीन का भारत में इस्तेमाल की इजाजत दी जाए और राज्यों की जगह केंद्र सरकार खुद विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीदे। जिन देशों ने अपनी जनसंख्या से अधिक वैक्सीन जमा कर रखा है, केंद्र सरकार उनसे लेने का अनुरोध करे और विदेशी कंपनियों को भी भारत में वैक्सीन बनाने की अनुमति दी जाए।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में 3 महीने में सभी का वैक्सीनेशन करने के लिए हर महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है, लेकिन केंद्र ने दिल्ली का जून का कोटा घटाकर 8 लाख डोज कर दी है। अगर दिल्ली को हर महीने 8 लाख वैक्सीन मिली तो, सभी वयस्क लोगों का वैक्सीनेशन करने में 30 महीने लग जाएंगे। तब तक कोरोना की न जाने कितनी लहरें आएंगी और न जाने कितने और लोगों की मौतें हो जाएगी।
पिछले 24 घंटे में दिल्ली में केवल 2200 कोरोना के केस आए
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना के घटते मामलों और दिल्ली में वैक्सीन खत्म होने के सम्बंध में दिल्ली निवासियों से जानकारी साझा की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में केवल 2200 कोरोना के केस आए हैं। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर भी घटकर केवल 3.50 फीसद रह गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है। कोरोना का खतरा अभी भी है। हमें कोरोना से बचने के सभी उपाय करने हैं।
दिल्ली में युवाओं के वैक्सीनेशन के सभी सेंटर बंद हो जाएंगे
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में वैक्सीन खत्म होने के सम्बंध में कहा कि आज से दिल्ली में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद हो गया है। केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए जितने वैक्सीन भेजे थे, वह खत्म हो गए हैं। इसीलिए युवाओं के वैक्सीनेशन सेंटर आज से बंद किए जा रहे हैं। कुछ एक वैक्सीन के डोज बची हैं, जो कुछ वैक्सीनेशन सेंटर में दी जा रही हैं और वह भी शाम तक खत्म हो जाएंगी। कल से दिल्ली में युवाओं के वैक्सीनेशन के सभी सेंटर बंद हो जाएंगे। सीएम ने आगे कहा कि मुझे बेहद दुख है कि हमें वैक्सीन खत्म होने के कारण कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर को बंद करने पड़ रहे हैं।
दिल्ली को हर महीने 80 लाख वैक्सीन की डोज की जरूरत
हमने केंद्र सरकार को भी लिख कर बताया है। हमने केंद्र सरकार से और वैक्सीन मांगी है। जैसे ही हमें और वैक्सीन मिलेगी, हम फिर से यह सेंटर शुरू कर देंगे। दिल्ली को हर महीने 80 लाख वैक्सीन की डोज की जरूरत है। इसके मुकाबले मई में हमें केवल 16 लाख वैक्सीन की डोज मिली। वहीं, जून के महीने के लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली का कोठा और भी कम कर दिया है। केंद्र सरकार से हमें जो चिट्ठी आई है, उसके मुताबिक, जून में दिल्ली को केवल 8 लाख वैक्सीन की डोज दी जाएगी, जबकि मई महीने में 16 लाख वैक्सीन की डोज दी गई थी।
सभी वयस्क के लिए हमें ढाई करोड़ और वैक्सीन की डोज चाहिए
सीएम ने कहा कि अभी तक हम दिल्ली में कुल 50 लाख वैक्सीन की डोज लगा चुके हैं और दिल्ली के सभी वयस्क को वैक्सीन लगाने के लिए हमें ढाई करोड़ और वैक्सीन की डोज चाहिए। अगर हम इसी रफ्तार से चले और दिल्ली को हर महीने 8 लाख वैक्सीन मिली तो, दिल्ली के वयस्क लोगों को वैक्सीन लगाने में 30 महीने लग जाएंगे। बल्कि इससे भी ज्यादा महीने लग जाएंगे। तब तक तो न जाने कितनी कोरोना की लहरें आएंगे और न जाने कितनी और लोगों की मौतें हो जाएगी। तीसरी लहर से दिल्ली और देश को बचाने का एक ही तरीका है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन की सुरक्षा दी जाए। बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन और दवाई आदि इन सब की तैयारी तो हम लोग कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के घातक असर से बचाने में वैक्सीन ही सबसे ज्यादा असरदार हथियार है।