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Friday, November 22, 2024

रेलवे के लाखों कर्मचारियों को नहीं होगी आक्सीजन की दिक्कत

  • रेल मंत्रालय अपने सभी अस्पतालों में लगाएगा आक्सीजन संयंत्र
  • देशभर में 86 रेलवे अस्पतालों में पहले चरण में बनाई योजना
  • रेलवे ने कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या 6972 बढ़ाई
  • कोविड अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या 573 कर दी

नई दिल्ली, टीम डिजिटल: दिल्ली सहित देशभर के अस्पतालों में कोरोना महामारी के बीच आक्सीजन (Oxygen) को लेकर हुई मारामारी को देखते हुए भारतीय रेलवे अपने सभी अस्पतालों को आक्सीजन से लैस करने जा रहा है। इसके लिए रेलवे आक्सीजन संयंत्र लगाएगा। देशभर में 86 रेलवे अस्पतालों में व्यापक क्षमता वृद्धि की योजना पहले चरण में बनाई है। वर्तमान में 4 ऑक्सीजन संयंत्र काम कर रहे हैं। 52 को मंजूरी दे दी गयी है और 30 प्रसंस्करण के विभिन्न चरणों में हैं। इसके बाद सभी रेल कोविड अस्पतालों को ऑक्सीजन संयंत्रों से लैस कर दिया जाएगा।
इस बावत रेल मंत्रालय ने अपने सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को और अधिकार दिए गए हैं। जीएम हर मामले में दो करोड़ रुपए तक की लागत के साथ ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को मंजूरी दे सकते हैं। इसके अलावा बहुत सारे उपाय किए गए हैं। भारतीय रेलवे ने कोविड मरीजों के इलाज के लिए बिस्तरों की संख्या 2539 से बढ़ाकर 6972 कर दी गयी है। कोविड अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या 273 से बढ़ाकर 573 कर दी गयी है।

रेल अस्पतालों में इन्वेसिव वेंटिलेटर की संख्या 62 से बढ़ाकर 296 कर दी गयी

रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक इन्वेसिव वेंटिलेटर (Invasive ventilator) जोड़े गए हैं और उनकी संख्या 62 से बढ़ाकर 296 कर दी गयी है। रेल अस्पतालों में महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण जैसे बीआईपीएपी मशीन, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की सुविधा जोडऩे के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा भारतीय रेल ने यह भी निर्देश जारी किया है कि कोविड प्रभावित कर्मचारियों को पैनल में शामिल अस्पतालों में जरूरत के अनुसार रेफरल आधार पर भर्ती किया जा सकता है। रेलवे अस्पतालों में इस विशाल क्षमता वृद्धि से चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे की शुरुआत करने में मदद मिलेगी।

भारतीय रेल ने अपनी आंतरिक चिकित्सा सुविधाओं को किया चाक-चौबंद

बता दें कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) में 13 लाख से अधिक कर्मचारी वर्तमान में कार्यरत हैं और इतने ही कर्मचारी रिटायर्ड हो चुके हैं। इन सभी का एवं इनके परिवारों का इलाज रेलवे के इन अस्पतालों में किया जाता है। देश के सभी बड़े शहरों एवं रेलवे मुख्यालयों में रेलवे के बड़े अस्पताल मौजूद हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस में इसका केंद्रीय मुख्यालय है।
गौरतलब है कि भारतीय रेल कोविड-19 के खिलाफ सबसे आगे आकर लड़ाई लड़ रहा है। एक तरफ ऑक्सीजन से लदी ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express) को तेजी से अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा रही है, वहीं दूसरी ओर यात्री और माल ढुलाई की आवाजाही जारी है। इस बीच देशभर में आई दिक्कत को देखते हुए भारतीय रेल ने अपनी आंतरिक चिकित्सा सुविधाओं को भी चाक-चौबंद कर लिया है।

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