-दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव-2021
–36 सीटों पर सरना और 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगी पंथक अकाली लहर
–सरना दल और भाई रणजीत सिंह की पार्टी के बीच हुआ समझौता
–सरना ने पंथक अकाली लहर को दी 8 सीट, मिलकर करेंगे प्रचार
– 2 सीटों पर दोनों पार्टियां नहीं उतारेंगे प्रत्याशी
नई दिल्ली/ अदिति सिंह : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आम चुनाव के लिए परमजीत सिंह सरना की अगुवाई वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) एवं भाई रणजीत सिंह की अगुवाई वाली पंथक अकाली लहर के बीच सीटों को लेकर गठबंधन हुआ है। समझौते के तहत 46 सीटों पर हो रहे चुनाव में पंथक अकाली लहर 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 36 सीटों पर सरना की पार्टी मैदान में उतरेगी। दोनों धार्मिक पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी और एक दूसरे के लिए प्रचार करेंगे। इसका ऐलान सोमवार केा दोनों पार्टियों के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई रणजीत सिंह ने संयुक्त रूप से पत्रकारों के समक्ष की। इस मौके पर दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हरविंदर सिंह सरना, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के महासचिव हरविंदर गुरमीत सिंह शंटी एवं पंथक अकाली लहर के सभी 8 प्रत्याशी मौजूद रहे। बता दें कि देानों पार्टियेां के बीच गठबंधन को लेकर लंबे समय से बैठकें चल रही थी। इस गठबंधन के तहत एक और फैसला हुआ है, जिसके तहत 2 सीटों पर दोनों पार्टियां अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगी। इसमें एक सीट जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके और दूसरी सीट उन्हीं के भाई हरजीत सिंह चुनाव लड़ेंगे।
इस मौके पर परमजीत सिंह सरना ने बताया कि हम दोनों ही एक जमीन से जुड़े हुए पंथक पार्टी हैं, और हमारा उद्देश्य ही सिख पंथ की सेवा के लिए काम करना है। दोनों पन्थक पार्टियों, शिरोमणी अकाली दल दिल्ली और पंथक लहर ने एक साथ डीएसजीएमसी चुनाव-2021 में मैदान में उतरने का फैसला किया है। उनका 8 सीटों पर गठजोड़ हुआ है,जिनके उम्मीदवारों को दोनों पार्टियां पूर्ण समर्थन देगी।
दिल्ली में सिखों के आज हालात बेहद खराब हो गए :सरना
इस मौके पर हरविंदर सिंह सरना ने बताया कि, अब संगत ने धर्म की आड़ में सियासत करने वाले गिरगिटों के असली चेहरों को पहचान लिया है। दिल्ली में सिखों के आज हालात बेहद खराब हो गए हैं। अध्यापक सड़कों पर हैं और बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा डीएसजीएमसी कर्मचारियों को समय पर वेतन नही मिल रहा है। स्वास्थ्य सेवा के नाम पर प्रचार कर बरगलाया जा रहा है। जबकि सिख धर्म के प्रचार-प्रसार से तो इनका दूर-दूर तक वास्ता नहीं है। सरना ने कहा कि हम सभी का एक ही मकसद है पन्थक विरोधियों को दिल्ली के साथ-साथ पूरे पंजाब से उखाड़ फेंके। अध्यापकों को समय से तनख्वाह देना, जीएचपीएस स्कूलों को फिर से खड़ा करना, विश्वस्तरीय स्तर की अच्छी शिक्षा देना, बच्चों को अच्छी जॉब ट्रेनिंग देकर विदेश भेजना, धर्म के प्रचार प्रसार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना इत्यादि शामिल है।