– अदालत और केंद्र सरकार के प्रयासों से दिल्ली को ऑक्सीजन मिली
—सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और केंद्र सरकार का केजरीवाल ने आभार जताया
नई दिल्ली/ अदिति सिंह : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को कल पहली बार मांग के मुताबिक ऑक्सीजन मिलने पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और केंद्र सरकार का आभार जताया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को कल पहली बार 730 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है। मेरी अपील है कि जब तक कोरोना की दूसरी लहर कम न हो जाए, तब तक दिल्ली को 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन दिया जाए। सीएम ने सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन की कमी के चलते कम किए अपने बेड को वापस बढ़ाने के लिए कहा है। सीएम ने कहा कि यदि समुचित ऑक्सीजन मिले, तो हम तत्काल 9000 से 9500 ऑक्सीजन बेड बढ़ा सकते हैं और ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं होने देंगे। सीएम ने सभी से अपील की है कि सभी लोग वैक्सीन लगवाएं और अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी प्रेरित करें। दिल्ली सरकार अभी तक वैक्सीन की 35,74,000 डोज दे चुकी है। इसमें 28 लाख ने केवल एक डोज ली है, जबकि 7,76,000 लोगों ने दोनों डोज ली है। अगर हमें समुचित वैक्सीन की आपूर्ति मिल जाए, तो हम वादे के अनुसार तीन महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा देंगे।
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के अंदर ऑक्सीजन की भारी कमी चल रही थी। दिल्ली में आज जितने हमारे अस्पताल और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर हैं उसको चलाने के लिए 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की प्रतिदिन जरूरत है, लेकिन अभी तक दिल्ली को किसी दिन 300, किसी दिन 350, किसी दिन 400 और किसी दिन 450 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही थी। जिसकी वजह से अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही थी। अस्पताल मैसेज पर मैसेज डाल रहे थे। मीडिया में भी आ रहा था कि इस अस्पताल में घंटे भर की ऑक्सीजन बची है, उस अस्पताल में आधे घंटे की ऑक्सीजन बची है।
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ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत हो सकती है। काफी ज्यादा दिक्कत हो रही थी, लेकिन कल पहली बार दिल्ली को 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन केंद्र सरकार ने भेजी है। जैसा कि दिल्ली को 700 ऑक्सीजन की जरूरत है, उसके मुकाबले कल पहली बार केंद्र सरकार ने 730 मिट्रिक टन अक्सीजन दिल्ली के अंदर भेजी है। इसके लिए मैं दिल्ली की जनता की तरफ से और उनका मुख्यमंत्री होने के नाते केंद्र सरकार का तहे दिल से बहुत ही शुक्रिया यदा करता हूं। मैं दिल्ली हाईकोर्ट का और सुप्रीम कोर्ट का भी शुक्रिया अदा करता हूं। इन सब के प्रयासों से हम लोगों को कल 730 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिली। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन देने के लिए हम तहे दिल से शुक्रगुजार हैं।
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इस एक कदम की वजह से बहुत सारी जानें बचेंगी, लेकिन एक दिन 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन आने से काम नहीं चलेगा, जब तक यह कोरोना की दूसरी लहर कम नहीं हो जाती है, तब तक हमें प्रतिदिन 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है। ऐसा न हो कि कल 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिली और आज फिर से 400 या 300 मिट्रिक टन ही ऑक्सीजन आ जाए, तो फिर से सभी अस्पतालों के अंदर हाहाकार मच जाएगा। मेरी सब से हाथ जोड़कर विनती और अपील है कि यह 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन अब कम मत होने दीजिएगा। प्रतिदिन दिल्ली के अंदर 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन आते रहना चाहिए और इसके लिए दिल्ली के लोग हमेशा के लिए सभी के ऋणी रहेंगे, हम सब लोग शुक्रगुजार रहेंगे।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली के अंदर ऑक्सीजन की कमी हुई थी, तो कई अस्पतालों ने अपने बेड कम कर दिए थे। एक बहुत बड़ा अस्पताल है, जिसमें 300 बेड हैं, उसने 100 बेड कम कर दिए थे। ऐसे समय में जब कोरोना की महामारी चल रही है, लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं, तो हमारा प्रयास यह होने चाहिए कि हम ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड की संख्या को और बढ़ाएं, लेकिन अगर ऐसे समय में बड़े-बड़े अस्पताल अपने बेड कम कर देंगे, तो फिर लोगों में त्राहि-त्राहि मच जाएगी। हमें ऑक्सीजन की कमी की वजह से सरकारी अस्पतालों, एलएनजेपी में बेड कम करने पड़े, जीटीबी में बेड कम करने पड़े, राजीव गांधी अस्पताल में बेड कम करने पड़े थे।
*सभी अस्पताल मौजूदा बेड के अलावा अपनी क्षमता के अनुसार और बेड बढ़ाएं
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इन दिनों में कई अस्पताल वालों से मेरी मुलाकात हुई। सभी अस्पताल और दिल्ली के सभी लोग इस वक्त एकजुट होकर एक परिवार की तरह इस मुसीबत का सामना कर रहे हैं। कई अस्पतालों ने मुझसे कहा कि अगर आप हमें समुचित ऑक्सीजन दिलवा दें, तो हम और बेड बढ़ा लेंगे। कोई कहता है कि मैं 100 बेड और बढ़ा दूंगा, कोई कहता है कि मैं 150 बेड बढ़ा दूंगा, कोई 50 बेड और बढ़ाने को कहता है। इस तरह से हम कम से कम एक हजार से दो हजार बेड अपने मौजूदा अस्पतालों में और बढ़ा सकते हैं। मैं पूरी उम्मीद करता हूं कि अब 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन आया करेगी। इसलिए अस्पताल न केवल अपने जितने मौजूदा बेड हैं, उनको चालू करेंगे, बल्कि और जितनी क्षमता है, उतना बेड बढ़ाने की कोशिश करेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को भर्ती किया जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।
ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बहुत बड़े स्तर पर योजना बनाई है कि अगर हमें 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन मिलती है, तो हम दिल्ली के अंदर बहुत सारे ऑक्सीजन बेड बना देंगे। हमें पर्याप्त ऑक्सीजन मिले, तो अभी हम राधा स्वामी सत्संग ब्यास में 5 हजार बेड बना सकते हैं। हम लोगों ने बुराड़ी अस्पताल में दो जगह 2500 बेड बनाए हुए हैं। काॅमनवेल्थ गेम्स के अंदर एक हजार बेड तैयार किए हैं। यमुना स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स के अंदर एक हजार बेड तैयार किए हुए हैं। इस तरह, अगर हमें समुचित मात्रा में ऑक्सीजन मिले तो, हम 9000 से 9500 बेड तुरंत तैयार कर सकते हैं। अगर 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन आने लग गई, तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि दिल्ली में किसी भी व्यक्ति की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत नहीं होने देंगे। दिल्ली में किसी को भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे। अगर हमें 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन मिलती रहे, तो हम कम से कम ऑक्सीजन का बेड हर एक व्यक्ति को उपलब्ध करा पाएंगे। ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी को कोई परेशानी नहीं होने देंगे।