—1 अप्रैल को होगा मतदान, सभी केंद्र संवेदनशील घोषित
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार अभियान मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। दूसरे चरण में एक अप्रैल को चार जिलों के 30 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि इस चरण में 75,94,549 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे और 171 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे। दूसरे चरण में 10,620 मतदान केंद्रों पर मतदान कराए जाएंगे। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया है। उन्होंने बताया कि इस चरण में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 651 कंपनियां तैनात की जाएंगी। इस चरण में बांकुड़ा (भाग दो), पूर्व मेदिनीपुर (भाग एक), पश्चिम मेदिनीपुर (भाग दो) और दक्षिण 24 परगना (भाग एक) में मतदान होंगे। सूत्रों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर में सीएपीएफ की कुल 199 कंपनियां तैनात की जाएंगी जबकि पश्चिम मेदिनीपुर में 210 कंपनियां, दक्षिण 24 परगना में 170 और बांकुड़ा में 72 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पूर्व मेदिनीपुर जिले की नंदीग्राम सीट पर काफी गहमागहमी रही जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने भाजपा नेता और उनके पूर्व अनुयायी शुभेंदु अधिकारी मैदान में हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिन में नंदीग्राम में अधिकारी के समर्थन में बंगाल के सिनेस्टार मिथुन चक्रवर्ती के साथ रोडशो किया। वहीं व्हीलचेयर पर बैठीं ममता ने अपने चुनाव क्षेत्र में कई स्थानों पर रैलियों को संबोधित किया। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रैलियों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी रैलियों में तृणमूल कांग्रेस सरकार और ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए Þतुष्टीकरण की राजनीतिÞ करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि खेल अब खत्म हो जाएगा। ममता ने गर्मी के बावजूद पश्चिम मेदिनीपुर में दो रैलियों को संबोधित किया। तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी इस दौरान ममता के साथ थे। उन्होंने अधिकारी परिवार पर हमला बोला और उन्हें गद्दार और मीर जाफऱ कहा तथा लोगों से उन्हें वोट नहीं देने की अपील की।