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Sunday, December 22, 2024

दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के खजाने से 65 लाख रुपये गायब, 38 लाख मिले पुराने नोट !

-खजाने में निकले 38 लाख रुपये के प्रतिबंधित पुराने नोट
-खजाने की गड़बड़ी को लेकर कमेटी मुख्यालय में दिनभर हुआ हंगामा
-विपक्षी दलों के सदस्य रिकार्ड चेक करवाने पर अड़े,
–हाथापाई की नौबत, आपस में हुई गाली गलौच, पगड़ी भी गिरी
–हंगामे के चलते बुलाई गई पुलिस, शाम तक चलता रहा बवाल

नई दिल्ली /अदिति सिंह : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के खजाने में जमा 65 लाख रुपये नकदी के गायब होने की सूचना पर शनिवार को जमकर बवाल कटा। विपक्षी दलों शिरोमणि अकाली दल दिल्ली एवं जागो पार्टी के सदस्यों ने शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक कमेटी मुख्यालय में रिकार्ड और खजाने का मिलान करवाने को लेकर अड़े रहे। इस बीच सत्तापक्ष के सदस्यों के जमकर नोंकझोंक भी हुई और अभद्र भाषा का प्रयोग भी हुआ। हंगामा बढ़ता देख स्थानीय पुलिस को बुलाना पड़ा। भारी पुलिस बल के बीच देर शाम तक आरोप-प्रत्यारोप चलता रहा। लेकिन, खजाने से गायब 65 लाख रुपये का हिसाब कमेटी प्रबंधकों ने विपक्षी दलों को नहीं दिए। इसको लेकर विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं दिल्ली के उपराज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की।
हुआ यूं कि शनिवार सुबह विरोधी दलों के नेता एवं सदस्यों हरविंदर सिंह सरना, मंजीत सिंह जीके, कुलवंत सिंह बाठ, परमजीत सिंह राणा आदि ने कमेटी दफ्तर पर धावा बोला दिया और जनरल मैनेजर धर्मेंद्र सिंह से कोषागार में रखे गए नगदी एवं कैश बुक का मिलान कराने केा कहा। इस पर धर्मेंद्र सिंह ने इस संबंध में प्रबंधकों से बात करने की सलाह दी। इसके बाद कमेटी के निर्वतमान उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह बाठ ने कार्यवाहक अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा से स्पीकर फोन पर बात करते हुए नगदी का मिलान कराने का आदेश देने को कहा। सिरसा ने कहा कि वह इस संबंध में महासचिव हरमीत सिंह कालका से बात करें। कालका से बात करने पर कमेटी स्टाफ को कालका ने कैश संबंधी मिलान करवाने के आदेश दे दिए। इसके बाद विरोधी पक्ष की ओर से दावा किया जा रहा है कि कैश बुक में 1.32 करोड़ रुपये नकदी दिखाई गई। जबकि, कोषागार में चेक करने पर 65 लाख रुपये गायब मिले। इस बारे में बताया गया कि यह पैसा बैंक में जमा करवाने भेजा गया। इसपर विपक्षी दलों ने कहा कि शनिवार को अवकाश है और बैंक बंद है तो ये पैसा कौन से बैंक गया है। इसी बात को लेकर जमकर बवाल और हंगामा हुआ। बवाल बढ़ता देखते पुलिस बुलाई गई। खबर लिखे जाने तक दोनों पक्षों में वाद विवाद जारी रहा।

खजाने में मिले 38 लाख रुपये प्रतिबंध नोट : सरना

दिल्ली कमेटी के सदस्य हरविंदर सिंह सरना ने दावा किया है कि खजाने की जांच पड़ताल के दौरान जो 1.32 करोड़ रुपये का रिकार्ड दिखाया गया, उसमें से 38 लाख रुपये पुरानी नगदी मिली, जो भारत सरकार एवं रिजर्व बैंक आफ इंडिया की ओर से प्रतिबंधित है। इतनी बड़ी रकम कोई भी संस्था खजाने में नहीं रख सकती है। सरना ने आरोप लगाते हुए पूछा कि 38 लाख रुपये के पुराने नोट क्यों रखे गए, इसका भी पुख्ता जवाब कमेटी प्रबंधकों ने नहीं दिए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन से चार महीनों में करोड़ों रुपये गुरू की गोलक से मनमर्जी करते हुए निकाले गए हैं, जिसका कोई हिसाब नहीं है। लिहाजा इसकी तत्काल जांच होने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से गुहार, तत्काल कराई जाए आर्थिक जांच

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से गुहार लगाई है कि वह गुरुद्वारा कमेटी में हुई आर्थिक गड़बड़ी की जांच के लिए बड़े स्तर पर जांच करवाएं। सरना ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि कमेटी की आर्थिक निगरानी के लिए हमेशा के लिए एक रिसीवर नियुक्त किया जाना चाहिए।

गुरु घर में पुलिस को बुलाकर 1984 का काला इतिहास दोहराया : सिरसा

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव हरमीत सिंह कालका ने कहा है कि सरना बंधुओं ने गुरु घरों में पुलिस बुलाकर 1984 का काला इतिहास दोहराया है। उन्होंने कहा कि हरविंदर सिंह सरना व परमजीत सिंह सरना तथा उनके नये बने मित्र मनजीत सिंह जी.के ने आज 1984 का काला इतिहास दोहरा दिया है। ए.सी.पी की अगुवाई में पुलिस की टीम लेकर सरना भाई आज गुरु घर में दाखिल हुए और जबरन कमेटी कार्यालय पर कब्ज़े की कोशिश की। दूसरी बार है जब सरना भाईयों ने इस प्रकार कमेटी कार्यालय पर कब्ज़ा करने की कोशिश की है। इससे पहले भी संगत ने सरना बंधूओं व जी.के के प्रयासों को असफल बना दिया था। दोनों नेताओं ने कहा कि हैरानी वाली बात यह है कि कैश खाने की तालाशी लेने आये सरना भाईयों को जब कमेटी के स्टाफ व सदस्यों ने कहा कि वह नकद गिन लें तो वह पेट दर्द का बहान लगा कर फरार हो गए। उन्होंने कहा कि सरना भाईयों व उनके साथी जी.के को जब यह पता लग गया कि वह संगत के कटघरे में खड़े हो जाएंगे तो उन्होंने हमेशा की तरह मौके से भागना बेहतर समझा। सिरसा ने कहा कि पहले भी जब इन लोगों ने ऐसी तुच्छ हरकत की थी तो हमनें इन्हें खुली चुनौती दी थी कि कोई भी आकर कमेटी का रिकार्ड व कैश खाना देख सकता है पर हरमीत सिंह कालका की अगुवाई में टीम इनकी राह देखती रही पर यह नहीं आए और आज पुन: वहीं तुच्छ हरकत की है।

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