–21 जून को होगा कार्यक्रम, 30 हजार लोग हिस्सा लेंगे
–दिल्ली में मुख्य कार्यक्रम राजपथ पर होगा, कई स्थान चयनित
(नीता बुधौलिया)
नई दिल्ली : इस बार 5वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यकम 21 जून को झारखंड की राजधानी रांची में होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य मेहमान होंगे। कार्यक्रम में 30 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। यह आयोजन आयुष मंत्रालय की ओर से किया जा रहा है, जो रांची के प्रभात तारा मैदान में आयोजित होगा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री योग पुरस्कारों की घोषणा भी करेंगे। प्रतिवर्ष यह पुरस्कार योग के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है। इस वर्ष दो श्रेणियों में ऐसे 4 पुरस्कार दिए जाएंगे।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दिल्ली में मुख्य आयोजन राजपथ पर होगा। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर इस का आयोजन करेगी। मुख्य आयोजन के अलावा लालकिले, नेहरू पार्क, लोधी गार्डन, तालकटोरा गार्डन, यमुना स्पोट्र्स कम्पलैक्स, रोहिणी के स्वर्ण जयंती पार्क और द्वारका सेक्टर 11 में भी योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
योग दिवस को सफल बनाने के लिए आयुष मंत्रालय ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसके अलावा सीआईआई, फिक्की और आईसीएस जैसे उद्योग संगठनों के अलावा सीबीएसई, एनसीईआरटी, यूजीसी और डीएवी आदि जैसे शैक्षिक निकाय भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी के तहत विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत कर चुके हैं। इसके अलावा, मंत्रालय शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी निकायों, व्यावसायिक संस्थानों, उद्योगों और सांस्कृतिक संगठनों को भी अपने कर्मचारियों और सदस्यों के स्वास्थ्य लाभ के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में शामिल होनें के लिए प्रोत्साहित किया है।
इसके अलावा आय़ुष मंत्रालय इस बात पर जोर दे रहा हा कि इस दिन बड़ी संख्या में लोग विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में सामूहिक रूप से योग कार्यक्रम में भाग लें। ऐसे आयोजन सौहार्दपूर्ण वातावरण में हों यह सुनिश्चित करने के लिए देश के कुछ नामी-गिरामी योग गुरूओं ने एक साथ मिलकर योग आसनों का एक सामान्य निर्दिष्ट अनुक्रम (कॉमन योग प्रोटोकॉल) विकसित किया है।
यह 45 मिनट की अवधि के योगासनों का कार्यक्रम है जो विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के तन और मन दोनों को स्वस्थ बनाता है। कॉमन योग प्रोटोकॉल की सीडी और ई-बुक आयुष मंत्रालय की वेबसाइट से डाउनलोड की जा सकती है। मंत्रालय विभिन्न सहयोगी संगठनों के माध्यम से भी इन्हें वितरित कर रहा है।